अच्छी खबर: कोरोना संक्रमितों की संख्या और मौत में छह माह बाद आई गिरावट
By एसके गुप्ता | Published: December 29, 2020 07:06 PM2020-12-29T19:06:20+5:302020-12-29T19:09:06+5:30
पिछले एक सप्ताह का पॉजिटिविटी रेट 2.25 फीसद है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत में प्रति 10 लाख आबादी पर 7408 कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं।
नई दिल्ली: कोरोना काल के बीच राहत देने वाली अच्छी खबर यह है कि जब कई देशों में संक्रमण बढ़ रहा है तो भारत में यह लगातार घट रहा है। छह महीने बाद देश में कोरोना के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2.7 लाख रह गई है। इसके अलावा संक्रमण दर 6.02 फीसदी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी।
करीब 6 महीने बाद कोरोना के रोजाना नए मामले 17,000 से कम हैं। 6 महीने के बाद दैनिक मौतें का आंकड़ा भी 300 से कम हैं। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा अब तक कोरोना संक्रमितों में 52 फीसदी लोग 18 से 44 आयुवर्ग के मिले हैं जबकि कोरोना के कारण 45 फीसदी मौत 60 साल से कम उम्र के लोगों की हुई है। इसके अलावा 60 या उससे अधिक आयु वर्ग में 55 फीसदी मौतें हुई हैं।
पिछले एक सप्ताह का पॉजिटिविटी रेट 2.25 फीसद है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत में प्रति 10 लाख आबादी पर 7408 कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। हमारे यहां प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 107 मौतें दर्ज की गई हैं। जबकि रूस में 378, ब्राजील में 897, फ्रांस में 955, अमेरिका में 994, ब्रिटेन में 1042 और इटली में 1189 है, जो भारत से कहीं ज्यादा है।
महिलाओं से ज्यादा पुरूषों को खतरा :
भारत के कुल संक्रमितों में 63 फीसदी पुरुष और 37 फीसदी महिलाएं हैं। कोरोना मृतकों में 70 फीसदी पुरुष थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में उपचाराधीन मरीजों के कुल मामलों में से 60 प्रतिशत पांच राज्यों से सामने आए हैं जिनमें महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
61 फीसदी एक्टिव केस 5 राज्यों से :
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 'देश के कुल सक्रिय मामलों का 60 फीसदी से अधिक हिस्सा 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से है। इनमें लगभग 24 फीसदी मामले केरल में, 22 फीसदी महाराष्ट्र में, 5 फीसदी से कुछ अधिक पश्चिम बंगाल में, लगभग 5 फीसदी उत्तर प्रदेश में और 4.83 फीसदी मामले छत्तीसगढ़ में हैं।'