'JNU हिंसा के लिए वे हैं जिम्मेदार जिनका आतंकियों का समर्थन करने और परिसर में हिंसा का रहा इतिहास'
By भाषा | Published: January 6, 2020 05:25 PM2020-01-06T17:25:58+5:302020-01-06T17:25:58+5:30
JNU Violence: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंसा में शामिल नकाबपोश की पहचान होनी चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने “टुकड़े-टुकड़े गैंग” पर जेएनयू और देश को बदनाम करने के लिये काम करने का आरोप लगाया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हमले को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करने वाले राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता अराजकता के साथ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार रात हुई घटना के लिये वो समूह जिम्मेदार हैं जिनका “आतंकवादियों” का समर्थन करने और परिसर में हिंसा का इतिहास रहा है।
उन्होंने इन आरोपों को खारिज किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई एबीवीपी का हाथ इस हमले के पीछे है। सिंह ने कहा कि यह कभी उसका चरित्र नहीं रहा और वामपंथी रुझान वाले दलों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, सूप बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें बहत्तर छेद।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंसा में शामिल नकाबपोश की पहचान होनी चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने “टुकड़े-टुकड़े गैंग” पर जेएनयू और देश को बदनाम करने के लिये काम करने का आरोप लगाया।
सिंह ने कहा कि ये लोग काफी समय से निर्दोष छात्रों की पढ़ाई में बाधक रहे हैं और इन्हें दंडित किया जाना चाहिए। राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं द्वारा भाजपा पर निशाना साधे जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी अराजकता के साथ हैं। आज वह सीएए विरोधी दंगाइयों के घर जा रहे हैं लेकिन उन्होंने क्या कभी प्रदर्शनकारियों से कहा कि वे हिंसा में शामिल न हों और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें। वह खुद दंगे और अराजकता फैला रहे हैं। कांग्रेस के पास अब कुछ नहीं बचा है और अब देश का माहौल बिगाड़ रही है।’’
उन्होंने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए पूछा, “क्या गुरु (संसद हमले का दोषी) देशभक्त था? क्या वह भगत सिंह था? वे अक्सर अराजक लोगों के साथ खड़े होते हैं और अब आतंक, अराजकता और फासीवाद फैला रहे हैं।”