राज्य सभा में बुधवार को नागरिक संशोधन विधेयक पारित होने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इसकी वजह से पूरे देश में आशांति है। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पूरे देश में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अशांति फैली हुई है लेकिन इसका सबसे अधिक असर पूर्वोत्तर राज्यों पर दिख रहा है।
गुलाम नबी आजाद ने साथ ही कहा कि पूर्वोत्तर सभी लोग धर्म का बिना ध्यान किए इस बिल के खिलाफ हैं। नागरिक संशोधन विधेयक लोकसभा में इसी हफ्ते सोमवार को पारित किया गया था और अब इसे राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाना है।
इस बीच असम और त्रिपुरा में कई जगहों पर बुधवार को भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला जिसके बाद कई इलाकों में सेना की तैनाती करनी पड़ी। साथ ही त्रिपुरा समेत असम के भी दस जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर असम के लोगों से कहा है कि उन्हें किसी भी हाल में घबराने की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस ने हालांकि मोदी की ओर से नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर आश्वासन दिए जाने के बाद उन पर तंज कसते हुए कहा कि वहां के लोग प्रधानमंत्री के संदेश नहीं पढ़ सकते क्योंकि इंटरनेट सेवा बंद है। पार्टी ने यह दावा भी दोहराया कि यह विधेयक पूरी तरह असंवैधानिक है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को असम के लोगों को अश्वासन किया कि उन्हें नागरिकता (संशोधन) विधेयक के संसद में पारित होने के बाद चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है और कोई उनके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और खूबसूरत संस्कृति को छीन नहीं सकता।
मोदी पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, 'असम के हमारे भाई और बहन मोदी जी का संदेश नहीं पढ़ सकते क्योंकि उनके लिए इंटरनेट बंद है।’