गाजीपुर की किलेबंदी बरकरार, इंटरनेट पाबंदी बढ़ाने की बात से गृह मंत्रालय का इनकार
By भाषा | Updated: February 3, 2021 19:40 IST2021-02-03T19:40:11+5:302021-02-03T19:40:11+5:30

गाजीपुर की किलेबंदी बरकरार, इंटरनेट पाबंदी बढ़ाने की बात से गृह मंत्रालय का इनकार
गाजियाबाद, तीन फरवरी दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में बुधवार को भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध देखे गए, जहां हजारों किसान केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली के बाहरी इलाके गाजीपुर में प्रदर्शन स्थल पर पांचवें दिन भी इंटरनेट सेवाएं बाधित रहीं। गाजियाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि ऑनलाइन संपर्क सुविधाएं बहाल कर दी गई हैं लेकिन इसमें कुछ परेशानियां पेश आ सकती हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि सिंघू, टीकरी तथा गाजीपुर सीमाओं और इसके आसपास के इलाकों में 29 जनवरी रात 11 बजे से 31 जनवरी रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवाएं प्रभावित रहेंगी। बाद में पाबंदी को दो फरवरी रात 11 बजे तक बढ़ा दिया गया था।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा, ''फिलहाल इन तीनों स्थानों पर इंटरनेट पाबंदी को नहीं बढ़ाया गया है।''
भारतीय किसान यूनियन के मेरठ जोन के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा कि बुधवार तड़के यूनियन के नेता राकेश टिकैत और अन्य समर्थकों के साथ हरियाणा के जींद के लिये रवाना होने से पहले तक गाजीपुर में इंटरनेट काम कर रहा था।
गाजियाबाद पुलिस अधीक्षक (सिटी-2) ज्ञानेन्द्र सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ''इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, लेकिन प्रदर्शन स्थल पर भीड़ होने के चलते इसमें कुछ दिक्कतें आ सकती हैं या फिर इसकी गति धीमी हो सकती है। ''
प्रदर्शनकारियों के दिल्ली में प्रवेश को रोकने के मद्देनजर गाजीपुर की किलेबंदी बरकरार है, जहां सड़को पर कीलें लगाने के साथ साथ लोहे और कंक्रीट के अवरोधक लगाए हैं। साथ ही कंटीले तार भी लगाए गए हैं। इसके अलावा भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने प्रदर्शन स्थलों पर सुरक्षा हालात के बारे में मंगलवार को मीडिया को बताया था कि ''हमने केवल अवरोधकों को मजबूत किया है ताकि इन्हें तोड़ा न जा सके।
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