नई दिल्ली:चीन से जारी सीमा विवाद के बीच चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
इसके साथ ही बिपिन रावत ने कहा कि सीमा पर टकराव की वजह से वहां किसी भी तरह की बड़ी सैन्य कार्रवाई की इजाजत फिलहाल नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में नियंत्रण रेखा में बदलाव को मंजूरी नहीं दी जा सकती।
रावत ने यह भी कहा कि लद्दाख में भारतीय सैनिकों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के दुस्साहस की वजह से 'अप्रत्याशित परिणामों' का सामना करना पड़ा। हमारी पोजीशन पर कोई सवाल नहीं है। हम वास्तविक नियंत्रण रेखा में किसी भी बदलाव को स्वीकार नहीं करेंगे।
चीन के साथ गतिरोध के बीच कमांडर स्तर की बैठक आजबता दें कि भारतीय सेना शुक्रवार को होने जा रही कोर कमांडर स्तर की आठवें दौर की वार्ता में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले सभी स्थानों से चीनी सैनिकों की पूर्ण वापसी पर जोर देगी। आधिकरिक सूत्रों ने गुरुवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि बैठक शुक्रवार को सुबह साढ़े नौ बजे पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय क्षेत्र की तरफ चुशूल में होगी।
चीन ने भारतीय नागरिकों का प्रवेश अस्थायी तौर पर इस वजह से रोका, कई उड़ानें रद्दपांच नवंबर चीन ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए वैध वीजा धारकों और आवासीय परमिट वाले भारतीय नागरिकों को अस्थायी तौर पर प्रवेश नहीं देने का निर्णय लिया है। इसके मद्देनजर भारत से चीन जाने वाली कई उड़ानें रद्द हो गई हैँ।
चीन के इस कदम की वजह से करीब 2,000 भारतीय पेशेवर चीन के शहरों में अपने काम पर नहीं लौट सकेंगे। नई दिल्ली में स्थित चीनी दूतावास ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन ने वैध वीजा रखनेवाले या आवासीय परमिट रखनेवाले भारत से विदेशी नागरिकों को देश में प्रवेश देने पर फिलहाल अस्थायी तौर पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
दूतावास ने कहा कि यह ‘रोक’ अस्थायी है क्योंकि चीन को महामारी से निपटने के लिए इस तरह के कदम उठाने होंगे। इस संबंध में आगे महामारी की स्थिति को देखते हुए घोषणाएं की जाएंगी।