किच्चा सुदीप पर उठे सवाल तो बीजेपी ने पूछा- राहुल की यात्रा में स्वरा भास्कर और रिया सेन क्यों थे?
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 8, 2023 06:35 PM2023-04-08T18:35:37+5:302023-04-08T18:37:14+5:30
गौरव भाटिया ने कहा, "आपकी भारत जोड़ो यात्रा, जो भारत तोड़ो यात्रा थी। वहां तो स्वरा भास्कर जैसी अभिनेत्री आई थी, जो उन लोगों के साथ खड़ी रहती हैं जो भारत के खिलाफ नारे लगाते हैं। जो लोग भारत के टुकड़े करने की बात करते हैं, उन्हें ये कहते हैं कि उनके अभिव्यक्ति की आजादी है।"
नई दिल्ली: सुपरस्टार किच्चा सुदीप ने हाल ही में साफ किया कि कर्नाटक चुनाव में वह सीएम बोम्मई और बीजेपी को समर्थन देंगे। इसके बाद कांग्रेस की तरफ से तंज कसा गया था। अब कांग्रेस पर बीजेपी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने जोरदार पलटवार किया है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गौरव भाटिया ने कहा, किच्चा सुदीप ने अपनी पहचान खुद बनाई है, "उन्हें ये पहचान विरासत में नहीं मिली है। सुदीप ने अपने संवैधानिक अधिकार का उपयोग किया है। सुदीप को इसलिए टारगेट किया जा रहा है, क्योंकि सुदीप के प्रभाव से पिछड़ा वर्ग कांग्रेस को वोट नहीं करेगा। अगर कोई कांग्रेस का समर्थन करता है तो वह लोकतंत्र के हित में है। लेकिन अगर कोई बीजेपी का समर्थन करता है तो वह जांच एजेंसियों के डर से है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि प्रचार के लिए बीजेपी को बाहर के लोगों की जरूरत है। इसलिए मैं राहुल गांधी से पूछता हूं कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान स्वरा भास्कर जैसे लोग उनका समर्थन क्यों करते नजर आए।"
गौरव भाटिया ने आगे कहा, "आपकी भारत जोड़ो यात्रा, जो भारत तोड़ो यात्रा थी। वहां तो स्वरा भास्कर जैसी अभिनेत्री आई थी, जो उन लोगों के साथ खड़ी रहती हैं जो भारत के खिलाफ नारे लगाते हैं। जो लोग भारत के टुकड़े करने की बात करते हैं, उन्हें ये कहते हैं कि उनके अभिव्यक्ति की आजादी है। न्यायालय ने जो अभी जोरदार थप्पड़ दिया लगता है उसकी गूंज अभी तक सुनाई दे रही है।"
दूसरी तरफ कांग्रेस ने कर्नाटक चुनावों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, आरक्षण पर बोम्मई सरकार कुछ कहती है और मोदी सरकार कुछ और कह रही है। ये ऐसी डबल इंजन की सरकार है जो दोनों को दो-दो दिशा में खिंच रही है। बोम्मई सरकार ने पिछड़े लोगों के साथ मजाक किया है। बोम्मई सरकार ने चुनाव से कुछ महीने पहले ये क्यों किया, क्योंकि इन्हें लगा कि हम यहां हार रहे हैं। अगर बोम्मई सरकार को आरक्षण देना ही था तो पहले क्यों नहीं दिया, 90 दिन पहले आपको आरक्षण की याद क्यों आई।
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। कर्नाटक में इस बार एक चरण में मतदान 10 मई को होंगे जबकि वोटों की गिनती 13 मई को की जाएगी। विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 13 अप्रैल को जारी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि 20 अप्रैल रखी गई है और नामांकन 24 अप्रैल तक वापस लिए जा सकेंगे। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि 2018-19 से इस बार वोटर की संख्या में 9.17 लाख का इजाफा हुआ है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एक अप्रैल, 2023 को जो युवा 18 साल के हो रहे हैं, वे भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे। 80 साल से ज्यादा के बुजुर्ग इस बार विधानसभा चुनाव में घर से वोट कर सकेंगे।