राजकुमार हिरानी की फिल्म 'लगे रहो मुन्ना भाई' का एक सीन तो आपको याद ही होगा। जब बुजर्ग से पेंशन के बदले घूस मांगी जाती है तो मुन्ना भाई उस अधिकारी को शर्मिंदा करने की सलाह देते हैं। बुजुर्ग ने अधिकारी को अपने कपड़े, जूते और चश्मे तक उतार के दे दिए थे। कुछ ऐसी ही गांधीगिरी मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में देखने को मिली।
यहां सिरोंज तहसील में जब नायब तहसीलदार ने एक किसान से 25 हजार की रिश्वत मांगी तो उसने अपनी भैंस अधिकारी की गाड़ी से बांध दी। नायब तहसीलदार की गाड़ी से बंधी भैंस की तस्वीर सुर्खियों में छाई हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़ित किसान भूपेंद्र ने बताया कि पिछले छह महीने से परिवार की जमीन के बंटवारे के लिए वो नायब तहसीलदार के चक्कर लगा रहा है। घूस की मांग को लेकर उसका काम अटकाया जा रहा है। कोई रास्ता ना देखकर भूपेंद्र ने नायब तहसीलदार की कार से अपनी भैंस बांध दी। भूपेंद्र का कहना है कि उसके पास घूस के लिए पैसे नहीं है इसलिए अपनी भैंस ही दे दी। हालांकि नायब तहसीलदार सिद्धार्थ सिंघल ने सभी आरोपों को नकार दिया है।
भूपेंद्र ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए अपनी समस्या बताई है। एसडीएम का कहना है कि भूपेंद्र के आरोपों की जांच की जा रही है।