Gandhi Jayanti 2023: 'बापू' के वे 10 महान विचार, जो आज भी हम सबके लिए हैं प्रेरणास्रोत
By आकाश चौरसिया | Published: September 30, 2023 02:22 PM2023-09-30T14:22:36+5:302023-09-30T14:37:36+5:30
2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पूरे देश में मनाया जा रहा है। ऐसे में हम उनके द्वारा कहे गए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को बताएंगे। इन सभी बिंदुओं को जानकर आप काफी उत्साहित होंगे।
नई दिल्ली: 2 अक्टूबर को गांधी जयंती का आयोजन देशभर में होने जा रहा है। इस अवसर पर हम उनसे जुड़े ऐसे उनके बेहद महत्वपूर्ण विचारों को आपके साथ साझा करने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आपको खूब प्रेरणा मिलेगी।
बापू का साल 2023 में 154 वां जन्मदिवस सेलिब्रेट किया जा रहा है। ऐसे में उनके ये सभी विचार तब के हैं जब महात्मा गांधी देश की आजादी के लिए देशवासियों के साथ अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे थे।
इस अवसर पर देश उनके कड़े संघर्ष को याद करता है। उन्होंने 'सत्य' और 'अहिंसा' के रास्ते चलते हुए अपनी लड़ाई को आखिर आजादी के मुहाने तक पहुंचाया है। आजादी के इतने दिन हो जाने के बाद भी लोग उनके स्वतंत्रता में दिए योगदान को नहीं भूलते हैं। इसी कारण उन्हें राष्ट्र पिता का दर्जा भी दिया गया है।
10 महत्वपूर्ण विचार
-महात्मा गांधी ने कहा, "अगर आप सभी अपने आपको देखने चाहते हैं तो खुद को दूसरों की सेवा में लगा दें"।
-बापू का मानना था कि आपकी ताकत आपकी शारिरीक क्षमता से नहीं पता चलती बल्कि यह आपकी अद्म्य दृढ़ इच्छा शक्ति से उभर कर सामने आती है।
-उनका कहना था जो कमजोर होते हैं वो कभी माफ नहीं कर सकते जबकि किसी को माफ करना यह बात ताकतवर व्यक्ति की विशेषता होती है।
-महात्मा गांधी के मुताबिक, "आप मुझे पीड़ा पहुंचा सकते हो, मेरे शरीर को खराब कर सकते हो और आप मुझे जंजीर से बांध सकते हो लेकिन आप मेरे दिमाग को कैद नहीं कर सकते।"
-आजादी से पहले राष्ट्र पिता ने कहा था कि व्यक्ति की जरुरत को पूरा करने के लिए संसार में सब कुछ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है लेकिन उसकी प्रबल इच्छाओं को पूरा करने में वह अस्मर्थ है।
-उन्होने कहा कि आपका स्वास्थ्य ही आपकी असल पूंजी है न कि सोने और चांदी का टुकड़ा।
-महात्मा गांधी ने कहा है कि खुशी तब मिलती है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं उसमें सामंजस्य हो।
-बापू के अनुसार यदि आजादी में आपको गलती करने की स्वतंत्रता नहीं है तब तक आपको मिली स्वतंत्रता का कोई महत्व ही नहीं है।
-महात्मा गांधी ने बताया था कि गलत बात से नफरत करो लेकिन कोई गलत करें उससे नहीं।
-गांधी जी ने कहा है कि मनुष्य अपने विचारों का मात्र उत्पत्ति भर है, लेकिन जैसा वो सोचता है वैसा ही वो बनता है।