नई दिल्ली, 16 अगस्त: अटल बिहारी वाजपेयी देश के ऐसे राजनेता थे, जिनका सम्मान उनके विरोधी भी करते थे। अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण हमेशा इतने मजेदार होते थे कि जनता उनकी दीवानी हो जाती है। उनके स्पीच को लेकर लोग में कितना क्रेज था, उसके लिए कई वाक्या मशहूर हैं। अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था।
इमरजेंसी ( 1975 से 1979) के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी जेल में बंद थे। इसी बीच इंदिरा गांधी ने चुनाव का ऐलान कर दिया था। उसके बाद जेल से सब लोग छूट गए। चुनाव प्रचार के लिए काफी कम वक्त मिला था। दिल्ली में जनसभा हो रही थी। जनता पार्टी के नेता आकर भाषण तो देते थे लेकिन सब थके और निराश रहते थे, फिर जनता वह बैठकर इंतजार करती थी। उस वक्त काफी ठंडी थी, बारिश हल्की-हल्की सी हो रही थी, पर लोग टकटकी लगाकर बैठे थे, वहां मंच पर एक नेता ने अपने बगल वाले से पूछा, इतनी बोरिंग स्पीच के बाद भी लोग बैठे क्यों हैं...? तो जवाब मिला कि अभी अटल बिहारी वाजपेयी का भाषण होना है। इसीलिए लोग रुके हुए हैं।
एक बार अटल बिहारी वाजपेयी की इंदिरा गांधी ने आलोचना की थी, उन्होंने कहा था- वह बहुत हाथ हिला-हिलाकर बात करते हैं। इसका जवाब देते हुए अटल जी ने अपने भाषण में कहा था- आपने किसी को पैर हिलाकर बात करते देखा है क्या?
1994 में यूएन के एक अधिवेशन में पाकिस्तान ने कश्मीर पर भारत को घेर लिया था। प्रधानमंत्री नरसिंहा राव ने नेता प्रतिपक्ष अटल बिहारी वाजपेयी को भेजा था भारत का पक्ष रखने के लिए। वहां पर पाक के नेता ने कहा कि कश्मीर के बगैर पाकिस्तान अधूरा है? तो जवाब में अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा कि वो भी ठीक है लेकिन पाकिस्तान के बगैर हिंदुस्तान अधूरा है?
पाकिस्तान के ही मुद्दे पर अटल बिहारी की बड़ी आलोचना होती है कि ताली दोनों हाथ से बजती है। अटल जी अकेले ही उत्साहित हुए जा रहे हैं। तो वाजपेयी ने जवाब में कहा था- एक हाथ से चुटकी तो बज ही सकती है ना।
तो आइए देखते हैं, उनके पांच ऐसे भाषण, जो हमेशा चर्चा में रहते हैं...
1- 1977 में दिया था UN में पहली बार हिंदी में भाषण
2- अविश्वास प्रस्ताव के दौरान वाजपेयी ने इस अंदाज में दिया भाषण
3- लोकपाल और लोकायुक्त पर संसद में दिया ये यादगार भाषण
4- 'मस्तक नहीं झुकने दूंगा' भाषण देने के दौरान दिखा वाजपेयी का अलग ही अंदाज
5-अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करते वाजपेयी