छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 18, 2023 07:08 AM2023-12-18T07:08:06+5:302023-12-18T07:11:17+5:30
छत्तीसगढ़ की नवनिर्वाचित विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
रायपुर:छत्तीसगढ़ की नवनिर्वाचित विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक रमन सिंह ने भाजपा प्रमुख जगत प्रकाश नड्डा को लिखे अपने त्याग पत्र में लिखा है, "मैं वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद का निर्वहन कर रहा हूं, लेकिन मुझे पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष के पद के लिए नामित किया गया है। इसलिए, मैं आपको सम्मानपूर्वक भारतीय जनता के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा सौंपता हूं।" कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।''
विधानसभा स्पीकर पद के लिए अपना नामांकन पत्र जमा करने के बाद रमन सिंह ने कहा, "मैं विधानसभा के समुचित कामकाज को सुनिश्चित करूंगा, जहां छत्तीसगढ़ के कल्याण के लिए सभी जरूरी मुद्दे उठाए जाएंगे।"
रमन सिंह के नामांकन के वक्त छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। इस बीच वरिष्ठ भाजपा विधायक रामविचार नेताम ने रविवार को नवनिर्वाचित छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली।
प्रोटेम स्पीकर नियमित स्पीकर की अनुपस्थिति में सदन के कामकाज के संचालन को सुविधाजनक बनाने के लिए सीमित समय के लिए नियुक्त स्पीकर का एक अस्थायी पद है। राज्य की राजधानी में राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने नेताम को पद की शपथ दिलाई।
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी मौजूद थे। नेताम ने पद की शपथ लेने के बाद कहा, "मुझे यह अवसर प्रदान करने के लिए सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं और आभार है। यह मेरे जीवन का बहुत बड़ा सम्मान और उपलब्धि है। मैं प्रोटेम स्पीकर के सभी कर्तव्यों को विनम्रता से निभाऊंगा।"
भाजपा नेता रामविचार नेताम रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मतदान दो चरणों में संपन्न हुआ था। पहले चरण में 7 नवंबर को 223 उम्मीदवार शामिल हुए थे, जबकि दूसरे चरण में 17 नवंबर को 958 उम्मीदवारों ने अपना चुनावी भाग्य आजमाया था।
छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 54 सीटें और कांग्रेस को महज 35 सीटें मिली थीं।