बिहार: जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव से मगही भाषा में कहा, 'तेजस्वी बाबू बिहार में फेर से शराब चालू करवा देहू'
By शिवेंद्र राय | Published: January 28, 2023 03:10 PM2023-01-28T15:10:02+5:302023-01-28T15:13:03+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी ने एक बार फिर से राज्य में लागू शराबबंदी पर निशाना साधा है। बोधगया में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सामने ही जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर शराबबंदी समाप्त हो जाती है तो पर्यटन में 10 गुना वृद्धि होगी। इसलिए हम मुख्यमंत्री नीतीश जी से शराबबंदी को समाप्त करने के लिए मांग करेंगे।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी (फाइल फोटो)
पटना: बिहार में शराबबंदी लागू रहने पर पूर्व मुख्यमंत्री व हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी ने एक बार फिर पर निशाना साधा है। बोधगया में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सामने ही जीतन राम मांझी ने खुले मंच से फिर बिहार में शराबबंदी समाप्त करने की मांग उठाई। मांझी ने मगही भाषा में कहा, "तेजस्वी बाबू बिहार में फेर से शराब चालू करवा देहू, एकरा बारे में मुख्यमंत्री जी से भी बात करहु।"
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार कहते रहे हैं कि शराबबंदी कानून को वापस नहीं लिया जाएगा। लेकिन दूसरी तरफ उनके ही गठबंधन में शामिल दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी लगातार शराब चालू करवाने की मांग कर रहे हैं। बोधगया के कालचक्र मैदान में तेजस्वी यादव के सामने जीतन राम मांझी ने खुले मंच से शराबबंदी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में देश-विदेश से पर्यटक आ रहे हैं। लेकिन वह रुकते नहीं हैं। यहां कुछ घंटे समय बिताने के बाद वे बनारस और पड़ोसी राज्य झारखंड के हजारीबाग जा रहे हैं। इससे राज्य के राजस्व का नुकसान होगा।
जीतन राम मांझी ने कहा कि जब बाहर के पर्यटक रुकेंगे ही नहीं तो विदेशी मुद्रा से राजस्व कैसे बढ़ेगा? उन्होंने कहा कि अगर शराबबंदी समाप्त हो जाती है तो पर्यटन में 10 गुना वृद्धि होगी। इसलिए हम मुख्यमंत्री नीतीश जी से शराबबंदी को समाप्त करने के लिए मांग करेंगे। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी से भी कह रहे हैं, इसे समाप्त करने के लिए उन्हें कहें। प्रतिबंध लगाने से बोधगया का पर्यटन घट गया है।
मांझी ने आगे कहा, ‘अति सर्वत्र वर्जयेत’, नींबू ज्यादा निचोड़ने से तीखा हो जाता है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी जी भी कहें और हम भी कहेगें। बोधगया अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल कहने से नहीं बल्कि विदेशी मेहमानों को खाने-पीने के चीजों के प्रबंध करने से कहलाएगा। इससे पहले भी जीतनराम मांझी शराबबंदी पर सवाल उठा चुके हैं।