पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने छोड़ी जेजेपी, कहा, 'दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी से गठबंधन कर हरियाणा की जनता से किया विश्वासघात'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 26, 2019 12:50 PM2019-10-26T12:50:42+5:302019-10-26T12:50:42+5:30
Tej Bahadur: पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने बीजेपी को समर्थन देने के जेजेपी के फैसले के बाद उसका साथ छोड़ने का ऐलान किया है
हरियाणा विधानसभा चुनावों में मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने जेजेपी के बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है।
तेज बहादुर को बीएसएफ में जवानों को दिए जाने वाले खराब गुणवत्ता वाले खाने की शिकायत के बाद बर्खास्त कर दिया गया था। वह सितंबर में जेजेपी से जुड़े थे और पार्टी ने उन्हें खट्टर के खिलाफ इन विधानसभा चुनावों में करनाल से उम्मीदवार बनाया था।
तेज बहादुर ने लगाया जेजेपी पर जनता को धोखा देने का आरोप
2017 में बीएसएफ में खाने की खराब गुणवत्ता वाला वीडियो जारी करने के बाद तेज बहादुर यादव को बर्खास्त कर दिया गया था। बीएसएफ के इस पूर्व जवान ने 2019 लोकसभा चुनावों से पहले समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया था और वह उन चुनावों में सपा, बसपा और आरएलडी के महागठबंधन उम्मीदवार के तौर पर चुने गए थे। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उनक नामांकन रद्द हो गया था।
तेज बहादुर ने शुक्रवार को जेजेपी के बीजेपी के साथ गठबंधन के ऐलान के बाद एक वीडियो जारी करते हुए कहा, 'दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के लोगों द्वारा बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद उन्हें धोखा दिया है। चौटाला ने आगे बढ़कर उस बीजेपी का समर्थन किया है, जिसे लोगों द्वारा सत्ता से बाहर फेंक दिया गया था।'
तेज बहादुर ने साथ ही जेजेपी को बीजेपी की 'बी टीम' बताते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां एक ही हैं और लोगों को उनका समर्थन करना चाहिए।
हरियाणा चुनावों में 10 सीटें जीतने वाली जेजेपी ने शुक्रवार को बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया था। मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई में 40 सीटें जीतने वाली बीजेपी बहुमत के आंकड़े से चूक गई थी। मनोहर लाल खट्टर रविवार को दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं।