पूर्व BJP नेता ने पूछा- पीएम मोदी की टिप्पणी के बाद भी आकाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई क्यों नहीं, फिर पार्टी से मेरा निलंबन क्यों ?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 4, 2019 03:11 PM2019-07-04T15:11:01+5:302019-07-04T15:11:01+5:30
सोशल मीडिया में महात्मा गांधी को ‘‘पाकिस्तान का राष्ट्रपिता’’ बताने वाली टिप्पणी को पार्टी के सिद्धांत के खिलाफ मानते हुए मध्य प्रदेश भाजपा ने पार्टी के नेता अनिल सौमित्र को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
मध्य प्रदेश के मीडिया संपर्क विभाग के पूर्व संयोजक अनिल सौमित्र ने अफसर को बल्ले से पीटने वाले विधायक आकाश विजयर्गीय के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने विजयवर्गीय को पार्टी की तरफ से कारण बताओ नोटिस भेजने का भी अनुरोध किया। इसके अलावा उन्होंने सुधारात्मक कार्रवाई करने की मांग भी की।
मालूम हो कि सोशल मीडिया में महात्मा गांधी को ‘‘पाकिस्तान का राष्ट्रपिता’’ बताने वाली टिप्पणी को पार्टी के सिद्धांत के खिलाफ मानते हुए मध्य प्रदेश भाजपा ने पार्टी के नेता अनिल सौमित्र को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
अनिल सौमित्र ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ एक फेसबुक पोस्ट की वजह से पार्टी ने फौरन निलंबित कर दिया था। वहीं, नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के बाद भी पार्टी ने आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सौमित्र ने कहा कि पीएम मोदी बड़े व्यक्तित्व हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने एक संदेश संगठन और समाज को दिया है कि इस तरह का व्यव्हार जो भी करे तो पार्टी को फौरन संज्ञान में लेकर सुधारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
जानिए सौमित्र ने गांधी पर क्या दिया था बयान
सौमित्र ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में कहा था, ‘‘राष्ट्रपिता थे, लेकिन पाकिस्तान के। भारत राष्ट्र में तो उनके जैसे करोड़ों पुत्र हुए। कुछ लायक तो कुछ नालायक।’’ पार्टी की कार्रवाई के बाद सौमित्र ने कहा, ‘‘पाकिस्तान की जो संकल्पना है, अंग्रेजों ने उसकी रणनीति बनाई और नेहरू और जिन्ना को उसका प्रणेता बनाया।
नेहरू और जिन्ना को प्रधानमंत्री बनने की जल्दी थी, इसलिए उन्होंने अखंड भारत के दो टुकड़े किए और इस पूरी प्रक्रिया को गांधी जी का आशीर्वाद था। चूंकि गांधी जी के आशीर्वाद से पाकिस्तान का निर्माण हुआ इसलिए हमने कहा कि अगर हो सकते हैं तो वो पाकिस्तान के राष्ट्रपिता हो सकते हैं।
भारत सनातन काल से एक राष्ट्र है, इसलिए ऋषि मुनि इसके पुत्र हो सकते हैं, पिता कोई नहीं हो सकता। फादर ऑफ दि नेशन एक यूरोपीय अवधारणा है, इसका तर्जुमा कर दिया। गांधी जी इसके एक अच्छे सुपुत्र हो सकते हैं। लेकिन भारत का राष्ट्रपिता ज्ञात इतिहास में कोई नहीं हैं।’’ सौमित्र की यह पोस्ट भोपाल लोकसभा से भाजपा की उम्मीदवार और मालेगांव बम धमाके की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले विवादित बयान के बाद आई।
(पीटीआई भाषा एजेंसी से इनपुट)