पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने बेटे और मंत्री संतोष सुमन को लेकर ऐसी बात कही है जिससे बिहार के मौजूदा महागठबंधन की सरकार में दरार आ सकती है। पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपने बेटे संतोष सुमन को बिहार के सीएम बनाने की मांग की है।
आपको बता दें कि इससे पहले जब पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी जहानाबाद पहुंचे थे तो उन्होंने वहां सीएम नीतीश के कामकाज पर सवाल उठाया था। इसके ठीक एक दिन बाद पूर्व सीएम ने अरवल में तेजस्वी यादव पर निशाना साधा था। ऐसे में बेटे संतोष सुमन के सीएम बनाने की मांग इन दोनों घटनाओॆ के बाद की गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने क्या कहा है
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अभी गरीब संपर्क यात्रा में है और वह राज्य के अलग-अलग हिस्सों में दौरा कर रहे है। इसी बीच अपने बेटे के बारे में बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि वे अपने बेटे के सीएम बनने की बात इसलिए कह रहे है क्योंकि संतोष युवा के साथ पढ़े-लिखे है।
उन्होंने इशारों में यह भी कहा है कि ऐसे में जब सीएम के लिए बहुत से लोगों का नाम आता है, संपोष ऐसे लोगों को पढ़ा सकते है। उनके अनुसार, संतोष में सब गुण है सिर्फ इस बात के कि वह एक दलित भुइयां है। ऐसे में उनका मानना है कि पिछड़े तब्के के लोगों का भला केवल दलित नेता के नेतृत्व में ही हो सकता है।
बेटे संतोष सुमन ने क्या कहा
ऐसे में जहां एक तरफ पिता जीतन राम मांझी अपने बेटे के सीएम बनने की बात कह रहे है, वहीं बेटा संतोष सुमन अपने पिता के इस बात पर अलग राय रखता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मुद्दे पर बोलते हुए मंत्री संतोष सुमन ने कहा है कि ऐसी कोई बाद नहीं है और न ही वह सीएम पद के उम्मीदवार है।
यही नहीं मंत्री संतोष सुमन ने आगे कहा है कि वे जनता का प्यार व सम्मान पाना चाहते है, इसके लिए वे आगे और भी काम करना चाहते है। आपको बता दें कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी अपने गरीब संपर्क यात्रा के दौरान राज्य के पिछड़ो लोगों से मिल रहे है और उनसे अपने बेटे के सीएम बनने की अपील कर रहे है।