पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अब हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं रहेंगे. उनके पुत्र और एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष मांझी हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं. पार्टी की गरीब चेतना सम्मेलन में जीतन राम मांझी ने स्वयं इसकी घोषणा की.
उन्होंने कहा कि वे पार्टी के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगे. हम की ओर से डॉ भीमराम अंबेडकर की जयंती पर आयोजित गरीब चेतना सम्मेलन में मांझी ने यह घोषणा. उन्होंने कहा कि हम के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके बेटे संतोष मांझी सुमन होंगे. जीतन राम मांझी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हम पार्टी को छोड़कर जा रहे हैं.
जब तक कि मेरे शरीर में प्राण रहेगा तब तक हम पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि हम संरक्षक के रूप में पार्टी के साथ जुडे़ रहेंगे. गरीब चेतना सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने भी कहा है कि शिक्षित बनो. बाबा साहेब ने भी यही बात कही है.
वहीं लोहिया ने कहा था कि राष्ट्रपति का बेटा हो या भंगी का बेटा, सब एक स्कूल में पढे़. ऐसे में हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि क्या यह हुआ? कोई पार्टी या किसी संगठन ने कॉमन एजुकेशन का नाम लिया. कोई नही उठाया. सत्ता में रहकर गरीबों के साथ बेइमानी की है. मैं आखिरी दौर में हूं और मेरा जुबान तबतक चलेगा तबतक समान शिक्षा की आवाज उठाऊंगा.
उन्होंने कहा कि दुनिया में दो जात है. एक अमीर और दूसरा गरीब. उन्होंने कहा कि गरीब, दलित, पिछड़ा का बेटा सरकारी स्कूल में पढ़ता है. लेकिन क्या सरकारी विद्यालय में सुविधायें हैं. जब मैं कहता हूं तो लोगों को दुख लगेगा. स्कूलों में कम्प्यूटर है, पर पढ़ाने वाला नहीं.
उन्होंने राज्य और देश में सरकारी शिक्षा की बदहाल स्थिति पर चिंता जाहिर की. निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण की मांग करते हुए मांझी ने कहा कि बाबा साहेब ने विकास के लिए आरक्षण का समर्थन किया था. लेकिन क्या निजी क्षेत्र में आरक्षण मिल रहा है. आरक्षण छीना जा रहा है. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका पर भी कुछ लोगों ने कब्जा जमा लिया है.