कोच्चि, तीन मार्च भारत और अमेरिका के शोधकर्ताओं ने पश्चिमी घाटों में मेंढकों की पांच नई प्रजातियों की खोज की है जो विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त जैव विविधता वाले प्रमुख केंद्रों में से एक है।
‘ओल्ड वर्ल्ड ट्री फ्रॉग राकोफोरीदे’ परिवार से संबंधित मेंढकों की खोज दिल्ली विश्वविद्यालय तथा केरल वन अनुसंधान संस्थान और मिनेसोटा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा की गई। इनकी खोज पश्चिमी घाटों के मेंढकों पर लगभग 10 वर्षों तक एक व्यापक अध्ययन के बाद की गई।
मेंढकों की यह प्रजाति मुख्य रूप से झाड़ियों को अपना आवास बनाती है और इसके कारण इन्हें ‘श्रब फ्रॉग’ के नाम से जाना जाता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि नई प्रजातियों की पहचान की गई और इन्हें उनकी आकृति विज्ञान, डीएनए, व्यवहार और अन्य प्राकृतिक इतिहास अवलोकन जैसे कई मानदंडों के आधार पर अलग-अलग पाया गया।
निष्कर्षों को एक वैज्ञानिक लेख में प्रकाशित किया गया है, जिसका शीर्षक है 'पश्चिमी घाट, भारत से पांच नई प्रजातियों के विवरण के साथ श्रब मेंढक (जीनस रोरैचेस्टेस) में व्यवस्थित संबंधों को परिभाषित करने और प्रजातियों के समूहों के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण।’’
इस अध्ययन के लेखक सोनाली गर्ग, रॉबिन सुयश, संदीप दास, मार्क ए बी, और प्रोफेसर एस डी बीजू हैं और यह अंतरराष्ट्रीय जर्नल ‘पीरजे’ के वर्तमान अंक में प्रकाशित हुआ है।
अध्ययन दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बीजू के नेतृत्व में किया गया था।
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