कोच्चि: केरल में एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस का इलाज करा रहे 69 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार को मौत हो गई। राज्य में इस संक्रामक रोग से मौत का यह पहला मामला है।अभी तक केरल में कोरोना वायरस के कुल 137 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 8 विदेशी नागरिक हैं। राज्य में कोरोना के छह मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। 69 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बारे में सरकारी अस्पताल ने एक बयान में बताया कि एर्नाकुलम के रहने वाले इस व्यक्ति को दुबई से लौटने के बाद 22 मार्च को पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया था।
इसमें बताया गया कि उसे न्यूमोनिया के लक्षणों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन बाद में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। बयान में बताया गया है कि उसे दिल की बीमारी तथा उच्च रक्त चाप भी था तथा उसकी बाईपास सर्जरी भी हो चुकी थी। बुजुर्ग ने सुबह आठ बजे अंतिम सांस ली। बयान के अनुसार, शव परिवार को सौंप दिया गया है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पीएम नरेंद्र मोदी से मांगी मदद
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में आवश्यक सामग्रियां लाने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रमुख राज्य राजमार्ग को बंद कर देने की कर्नाटक सरकार की कार्रवाई से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया और उनसे इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है।
मोदी को लिखे पत्र में, मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल को कर्नाटक के कुर्ग से जोड़ने वाला थालसेरी-कुर्ग राज्य राजमार्ग 30 एक प्रमुख राजमार्ग है जहां से मालवाहक वाहन आवश्यक सामान केरल में पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह मार्ग बाधित होता है तो वाहनों को राज्य तक पहुंचने के लिए लंबे मार्ग से आना होगा। शुक्रवार को मोदी को भेजे गए पत्र में विजयन ने लिखा, “यह मार्ग केरल में आवश्यक सामानों के प्रवाह के लिए अत्यंत आवश्यक है। अगर यह मार्ग बाधित होता है तो आवश्यक सामान लाने वाले वाहनों को राज्य तक पहुंचने के लिए बेहद लंबे मार्ग से आना होगा।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी बंद की स्थिति को देखते हुए इससे लोगों की दिक्कत और बढ़ जाएगी। विजयन ने कहा, “आप स्वाभाविक तौर पर मुझसे सहमत होंगे कि संकट के इस वक्त में आवश्यक सामग्रियों की आवाजाही को बाधित करने वाला कोई भी कदम नहीं उठाया जाना चाहिए।” इस पत्र की प्रति शनिवार को यहां मीडिया के लिए जारी की गई। विजयन ने मोदी से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।