पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ FIR दर्ज, ये है मामला
By भारती द्विवेदी | Published: September 20, 2018 12:32 PM2018-09-20T12:32:12+5:302018-09-20T12:38:54+5:30
वहीं अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोप को बेबुनियाद और झूठा बताया है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर: पंजाब में बुधवार (19 सितंबर) को जिला पंचायत का चुनाव हुआ। इस चुनाव में कई जगह पर हिंसा और मारपीट की घटना सामने आई थी। मारपीट के आरोप में ही अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ लांबी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुआ है। सुखबीर सिंह बादल के अलावा एक और शख्स पर मामला दर्ज हुआ है। इनदोनों पर ये मामला जतिंदर सिंह नाम के कांग्रेस प्रत्याशी ने कराया है।
Muktsar: FIR filed against Sukhbir Singh Badal & other unknown persons at Lambi police station last night after a Congress worker alleged that he was thrashed by a group of Akali (SAD) workers led by Badal in Killianwali during Zila Parishad & Panchayat Samiti polls y'day.#Punjabpic.twitter.com/ZRI3rJU2H7
— ANI (@ANI) September 20, 2018
कांग्रेस प्रत्याशी जतिंदर सिंह का आरोप है कि वोटिंग के दौरान बूथ पर सुखबीर की मौजूदगी में अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने उनसे मारपीट की है। साथ ही ये भी कहा है कि मारपीट की ये पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।पुलिस के पास साक्ष्य के तौर पर सीसीटीवी फुटेज जमा किया गया है, जिसमें आरोपियों की पहचान नहीं हो पा रही है। आरोपियों की पहचान नहीं होने की वजह से पुलिस ने सुखबीर सिंह बादल के साथ कई अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है।
वहीं अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को बेबुनियाद और झूठा बताया है। उनका आरोप है कि बूथ पर पुलिस कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर बूथ कैप्चर कर रही थी और कांग्रेस के नेताओं ने अकाली दल के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की है।
गौरतलब है कि पंजाब में जिला परिषदों और पंचायत समितियों के चुनाव के लिए बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हुआ। इस चुनाव की मतगणना 22 सितंबर को होगी। इन चुनावों के तहत जिला परिषद के कुल 354 और पंचायत समिति के लिए 2,900 सदस्य निर्वाचित होंगे। राज्य में कुल 22 जिला परिषद और 150 पंचायत समितियां हैं। इससे पहले विभिन्न जिला परिषदों के लिए 33 और पंचायत समितियों के लिए 369 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए।