राम केवल हिंदुओं के नहीं, केवल भाजपा और आरएसएस के नहीं, पूरी दुनिया के हैं: फारूक अब्दुल्ला
By विनीत कुमार | Published: September 26, 2021 07:52 AM2021-09-26T07:52:33+5:302021-09-26T07:59:49+5:30
फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को देवीलाल की 108वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा और आरएसएस पर हमला बोला। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का भी जिक्र किया।
जींद: जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार भाजपा और आरएसएस पर तंज कसते हुए कहा कि भगवान राम केवल भाजपा और आरएसएस के नहीं हैं। वे पूरी दुनिया के हैं। अब्दुल्ला ने साथ ही पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने पर भी जोर दिया और आर्टिकल 370 हटाए जाने पर भाजपा की आलोचना की।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'भगवान राम केवल हिंदुओं के नहीं हैं। वे पूरी दुनिया के राम हैं। वे (भाजपा) उन्हें लेकर ऐसे कहते हैं कि जैसे राम केवल उनके हैं और किसी के नहीं। राम सभी के हैं केवल भाजपा और आरएसएस के नहीं।'
'केंद्र सरकार लोगों को बांटने और झूठ बोलने का काम कर रही है'
हरियाणा के जींद में इंडियन नेशनल लोकदल की ओर से पूर्व डिप्टी पीएम दिवंगत देवीलाल की 108वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के दो साल बाद भी एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने कश्मीर में 50,000 नौकरियों का वादा किया गया था। अब्दुल्ला ने केंद्र पर धर्म के नाम पर देश को 'विभाजित' करने और "झूठ बोलने" का भी आरोप लगाया।
फारूक अब्दुल्ला ने साथ ही कहा, 'कश्मीर कब भारत का हिस्सा नहीं था, हमने जिन्ना के पाकिस्तान की बजाय गांधी का भारत चुना। हमने कहा कि अगर हम भारत में रहेंगे, भारत में मरेंगे। जो लोग कहते हैं कि उन्होंने अनुच्छेद 370 को खत्म करके भारत को मजबूत किया है, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उन्होंने भारत को कमजोर कर दिया है। वे आपसे झूठ बोलते हैं। उन्हें अपना तरीका बदलना होगा।'
पड़ोसियों से संबंध सुधारने की नसीहत
पाकिस्तान का नाम लिए बिना अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र को पड़ोसी देशों के साथ अपने मतभेदों को समाप्त करना चाहिए। हालांकि उन्होंने दूसरे कई देशों के नाम लिए।
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं। हमें अपने पड़ोसियों से लड़ना बंद कर देना चाहिए। अगर आप अपने पड़ोसी के साथ दोस्त बने रहेंगे, तो आप समृद्ध होंगे। आज हमारे दोस्त कहां हैं? क्या नेपाल, भूटान या बांग्लादेश आज हमारे दोस्त हैं) हमने अफगानिस्तान में 3 बिलियन अमरीकी डालर खर्च किए। क्या आज अफगानिस्तान हमारा दोस्त है? बड़े भाई को समझना चाहिए कि घर तभी समृद्ध होगा जब वह छोटे भाई को साथ ले। हमें सभी के साथ दोस्ती बनानी होगी तभी हम अपने देश को ऊंचाइयों पर ले जा सकेंगे। लेकिन यह तभी होगा जब हम साथ रहेंगे और धर्म के लिए लड़ना बंद कर देंगे।'
अब्दुल्ला ने तीन कृषि कानूनों को लेकर भी केंद्र की खिंचाई की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों की पकड़ में है और इसलिए वे किसानों का बलिदान करना चाहते हैं।