कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद हाल के दिनों में प्रशासन की ओर से गाजीपुर सहित सिंघु बॉर्डर पर नुकीली तारें और कील लगाने की तस्वीरें भी खूब चर्च में रही।
इस बीच शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने ऐलान किया कि भले ही सरकार की ओर से उनके खिलाफ लंबी-चौड़ी बैरिकेडिंग की गई है लेकिन वे अब इन्हीं जगहों पर फूल लगाएंगे। किसानों ने साथ ही कहा वे यहीं खेती भी करेंगे।
नुकीली तारों के बदले फूल की 'खेती'!
गाजीपुर बॉर्डर पर शुक्रवार शाम करीब 4 बजे किसान नेता राकेश टिकैत समर्थकों के साथ उस हिस्से पर पहुंचे जहां नुकीली तारें और कीलें लगाई गई थी।
हालांकि, पुलिस ने गुरुवार को कीलों को ये कहते हुए हटा लिया था कि इन्हें कहीं और लगाया जाएगा। बहरहाल, टिकैत की गई बैरिकेडिंग के पास पहुंचे और यहां रखी मिट्टी को फावड़े से समतल करने लगे। बॉर्डर पर इन बैरिकेडिंग के पास बाहर से मिट्टी लाई गई है।
किसान देश भर में करेंगे कल चक्का जाम
इस बीच किसानों यूनियनों का चक्का जाम 6 फरवरी को देश भर में प्रस्ताविक है। चक्का जाम दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक देश भर में सड़कों को अवरुद्ध किया जाएगा।
किसान यूनियनों के अनुसार हालांकि राजधानी दिल्ली में चक्का जाम करने की कोई योजना नहीं है। साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी चक्का जाम नहीं होगा। बहरहाल, प्रदर्शन को देखते हुए स्थलों के पास दिल्ली के विभिन्न बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है।
दिल्ली में चौकियों और सीमाओं के सभी प्रवेश और निकास स्थानों पर वाहनों की सघन जांच होगी। अतिरिक्त बस पहले ही लगाई जा चुकी हैं और शहर में चौकियों पर अतिरिक्त अवरोधक लगाए जा रहे हैं।