किसान नेताओं ने बंगला साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका
By भाषा | Updated: December 10, 2021 22:13 IST2021-12-10T22:13:08+5:302021-12-10T22:13:08+5:30

किसान नेताओं ने बंगला साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका
नयी दिल्ली, 10 दिसंबर किसान आंदोलन की समाप्ति की घोषणा करने और 11 दिसंबर को प्रदर्शन स्थल को औपचारिक रूप से खाली करने से एक दिन पहले शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के वरिष्ठ किसान नेताओं और सदस्यों ने दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारा जाकर मत्था टेका।
गुरुद्वारा बंगला साहिब में मत्था टेकने जाने वालों में बलबीर सिंह राजेवाल, राकेश टिकैत और मंजीत सिंह राये शामिल थे जिन्हें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने सम्मानित किया।
मत्था टेकने के बाद राजेवाल ने कहा कि ‘काले’ कानूनों के खिलाफ किसानों की जीत हुई क्योंकि उनको गुरु साहिब का आर्शीवाद और जनता का समर्थन था।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति द्वारा जारी बयान में राजेवाल को उद्धृत किया गया, ‘‘हम दिल्ली की जनता से शहर की सीमाओं पर प्रदर्शन की वजह से हुई पेरशानी के लिए माफी मांगते हैं। उनका आंदोलन को समर्थन याद रखा जाएगा।’’
राकेश टिकैत ने बयान में कहा कि आंदोलन को सफल बनाने में डॉक्टरों, अस्पतालों, खाप पंचायतों, सफाई कर्मियों, गुरुद्वारा समिति और अन्य गुरुधामों ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा,‘‘आंदोलन सफल हुआ क्योंकि गुरु साहिब की कृपा थी। यहां तक कि तीनों कानूनों को वापस लेने की घोषण भी गुरुपरब को हुई। किसान आंदोलन ने भाईचारे को और मजबूत किया है।’’
टिकैत ने ट्वीट में कहा, ‘‘दुःखी मन से जनरल विपिन रावत जी, उनकी पत्नी मधुलिका रावत जी और अन्य दिवंगत सैन्य कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि।
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