नई दिल्ली: अभी सोशल मीडिया का दौर है। ऐसे में देखते ही देखते कोई भी अफवाह एक से दूसरे व दूसरे से तीसरे कर लाखों लोगों के मोबाईल में पहुंच जाता है। इसी तरह से यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार 'महिला शक्ति योजना' के तहत सभी महिलाओं के बैंक खाते में 5 लाख रुपये की नकद राशि दे रही है।
ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा था। जाहिर है, अगर केंद्र सरकार सच में सभी महिलाओं के बैंक खाते में 5 लाख रुपये डाल रही है तो हर कोई इसका फायदा उठाना चाहेगा। बता दें कि यूट्यूब पर तेजी से वायरल होता ये वीडियो फेक है। वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें
कोरोना काल में नरेंद्र मोदी सरकार ने महिलाओं को आर्थिक मदद पहुंचाई
दरअसल, कोरोना काल के दौरान मोदी सरकार ने कई तरह की आर्थिक मदद महिलाओं के जनधन खातों में पहुंचाई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत महिला जनधन खाताधारकों के बैंक खातों में अप्रैल से जून तक यानी लगातार तीन महीने तक 500 रुपये की किस्त भेजी गई थी।
विधवा महिलाओं के खाते में 5 लाख भेजने पर पीआईबी ने दी सफाई
बता दें कि पीआईबी फैक्ट चेक (PIBFactcheck) की पड़ताल में महिलाओं के बैंक खाते में 5 लाख रुपये डालने का वीडियो फर्जी निकला। यूट्यूब पर लगाई गई इस फर्जी वीडियो से देशभर में लोग गुमराह हो रहे थे। इसी के वजह से सरकारी संस्था पीआईबी ने फैक्ट चेक कर इस मामले की सच्चाई बताई है। वीडियो में किया जा रहा दावा को फर्जी करार दिया है। यानी केंद्र सरकार के द्वारा महिला शक्ति जैसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।
निष्कर्ष
पीआईबी फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है और एक #Youtube वीडियो में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 'महिला शक्ति योजना' के तहत सभी महिलाओं के बैंक खाते में 5 लाख की नकद राशि दे रही है। यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है।