गोपेश्वर, एक अप्रैल बद्रीनाथ धाम को दिव्य एवं भव्य स्वरूप देने के लिए मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित विकास कार्यों के लिए बृहस्पतिवार को विशेषज्ञों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के एक दल ने स्थलीय निरीक्षण किया।
इस मौके पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि हर साल बद्रीनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है और प्रधानमंत्री के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ के तहत यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा स्थानीय लोगों की आर्थिकी को मजबूत करने के मद्देनजर यहां कार्य किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसमें मंदिर तक पहुंचने के लिए सुगम और सुरक्षित मार्ग बनाना भी शामिल है ताकि श्रद्धालु मुख्य मंदिर से लेकर तप्तकुण्ड एवं बद्रीनाथ के आसपास अन्य सभी धार्मिक स्थलों तक आसानी से जा सकें।
जावलकर ने कहा कि प्रस्तावित निर्माण कार्यो को लेकर विशेषज्ञों के साथ सर्वेक्षण किया जा रहा है जिससे पहले चरण के तहत कार्यो को जल्द शुरू किया जा सके। इस दौरान तप्तकुण्ड, ब्रह्म कपाल, नारद कुंड, सुग्रीव शिला, अलकनंदा नदी तटों, साकेत तिराहा, माणा चौराहा एवं आसपास के विभिन्न स्थानों का विशेषज्ञों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया गया।
बद्रीनाथ धाम मे मास्टर प्लान के पहले चरण मे शेष नेत्र एवं बद्रीश झील का सौन्दर्यीकरण, वन वे लूप रोड निर्माण, अस्पताल का विस्तारीकरण तथा बहुउद्देश्यीय आगन्तुक भवन आदि निर्माण कार्य होना है। दूसरे चरण मे बद्रीनाथ मुख्य मंदिर के आसपास विकास कार्य तथा तीसरे चरण मे झील से मंदिर को जोड़ने का कार्य होगा।
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