शाम के मुख्य समाचार: लॉकडाउन बढ़ाने के राज्यों, विशेषज्ञों के अनुरोधों पर विचार कर रही सरकार, कोरोना वायरस से कुल 4421 लोग संक्रमित
By भाषा | Published: April 7, 2020 06:57 PM2020-04-07T18:57:15+5:302020-04-07T18:57:15+5:30
भारत ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने की वैश्विक प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए पैरासिटामोल और मलेरिया के उपचार की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को आंशिक रूप से हटाने का फैसला किया है।
लॉकडाउन बढ़ाने के राज्यों, विशेषज्ञों के अनुरोधों पर विचार कर रही सरकार : सूत्र
कई विशेषज्ञ और राज्य सरकारें कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर केंद्र सरकार से 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का आग्रह कर रहे हैं। केंद्र सरकार भी इस दिशा में विचार कर रही है। सरकार के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। हालांकि सूत्रों ने यह नहीं बताया कि इस बारे में अंतिम फैसला हुआ है या नहीं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे भारत में 21 दिन का लॉकडाउन है जो 25 मार्च से शुरू हुआ था। कोविड-19 के कारण 183 देशों में 75,800 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 13.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़कर 4421 हुये, मौत का आंकड़ा 117 पर पहुंचा : स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़कर 4421 हो गये जबकि इससे हुयी मौत का आंकड़ा 117 पर पहुंच गया है। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 354 नये मामले सामने आये हैं, जबकि इस दौरान आठ लोगों की मौत हुयी। उन्होंने संक्रमण के मामलों और मृतकों की संख्या में सोमवार की तुलना में मंगलवार को कमी आने पर संतोष व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि सोमवार को 24 घंटों के दौरान 693 नये मामले सामने आये थे और 30 मरीजों की मौत हुयी थी।
भारत का हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को आंशिक रूप से हटाने का फैसला
भारत ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने की वैश्विक प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए पैरासिटामोल और मलेरिया के उपचार की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को आंशिक रूप से हटाने का फैसला किया है । अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी । भारत ने 25 मार्च को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर तब रोक लगा दी थी, जब ऐसी खबरें सामने आई थीं कि कोविड-19 के मरीजों के उपचार में इस दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत इस दवा का सबसे बड़ा निर्यातक है । ‘हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन’ मलेरिया के इलाज में प्रयुक्त होने वाली पुरानी और सस्ती दवा है। कुछ ही दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के आर्डर की आपूर्ति करने का आग्रह किया था ताकि अमेरिका में कोविड-19 प्रभावित लोगों का उपचार किया जा सके । सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगाह किया है कि उनके व्यक्तिगत अनुरोध के बावजूद अगर भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात नहीं करता है तो अमेरिका जवाबी कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें हैरानी होगी अगर भारत नहीं मानता है क्योंकि अमेरिका से उसके अच्छे संबंध हैं। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि भारत इस दवा का निर्यात अपनी घरेलू जरूरत को पूरा करने के बाद हर मामले पर विचार करते हुए करेगा ।
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर ट्रंप ने दी भारत को चेतावनी, दिल्ली ने कहा मामला-दर-मामला होगा फैसला
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि व्यक्तिगत अनुरोध के बावजूद अगर उनके देश को मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाई हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात नहीं किया गया तो इसे लेकर जवाबी कार्रवाई की जा सकती है। वहीं मंगलवार को नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने पड़ोसियों सहित कई देशों को मामला-दर-मामला के आधार पर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात करने का फैसला लिया है और वह कोरोना वायरस महामारी के रोकथाम के लिए अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेगा। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन एक पुरानी और बेहद कम मूल्य की (सस्ती) दवा है जिसका इस्तेमाल मलेरिया के इलाज में होता है। राष्ट्रपति ट्रंप इसे कोरोना वायरस संक्रमण के प्रभावी इलाज के रूप में देख रहे हैं। गौरतलब है कि अमेरिका में अभी तक वायरस संक्रमण से 10,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है जबकि 3.6 लाख से ज्यादा लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है कि वह अमेरिका में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए उसके द्वारा ऑर्डर किए गए मात्रा में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट के निर्यात की अनुमति दें।
अन्य बड़ी खबरें
- कांग्रेस ने मलेरिया की दवा को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ''जवाबी कार्रवाई'' वाले बयान की पृष्ठभूमि में मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकते हुए ''इंडिया फर्स्ट - इंडियन्स फर्स्ट''' की नीति पर अमल करना चाहिए।
- व्हाट्सएप ने कोरोना वायरस संकट के बीच गलत खबरें और जानकारियां फैलने से रोकने के लिए संदेश फॉरवर्ड (साझा करने) के नियमों में बदलाव किया है। अब व्हाट्सएप पर ज्यादा फॉरवर्ड होने वाले संदेशों को एक बार में एक ही व्यक्ति या समूह को भेजा जा सकेगा।
- बागपत जिले के खेकड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भागने वाले संक्रमित व्यक्ति को मंगलवार दोपहर पकड़ लिया गया और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
- शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग को ताली बजाकर, थाली पीटकर या दीए जलाकर नहीं जीता जा सकता।
- उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 314 हो गई है, जिनमें से 166 तबलीगी जमात के हैं।
- बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 2,476 अंक उछल कर 30,000 अंक के ऊपर निकल गया। अंक के हिसाब से किसी एक दिन में यह बाजार की सबसे बड़ी तेजी है। वैश्विक बाजारों में चौतरफा तेजी के बीच घरेलू शेयर बाजार मजबूत हुए।
- कोरोना वायरस के लक्षणों से निजात न मिलने की वजह से अस्पताल में भर्ती ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें सघन निगरानी कक्ष (आईसीयू) में रखा गया है।
- भारतीय हॉकी के पूर्व स्पेनिश कोच ब्रासा नयी दिल्ली: उन्हें भारत छोड़े एक दशक हो गया है लेकिन उनका दिल आज भी इस देश के लिये धड़कता है और भारतीय पुरूष हाकी टीम के पूर्व स्पेनिश कोच जोस ब्रासा ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीयों को एक टीम की तरह एकजुट होकर लक्ष्य का सामना करने की सलाह दी है।
- दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने मंगलवार को कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई के लिये 59 लाख रुपये का दान किया जबकि टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भी प्रधानमंत्री आपात स्थिति नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) में अपना योगदान दिया।