ET Global Summit: पीएम मोदी ने किया कोरोना वायरस का जिक्र, कहा- दुनिया के सामने बड़ा चैलेंज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 6, 2020 08:40 PM2020-03-06T20:40:07+5:302020-03-06T20:55:06+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि ये विजन अचानक बीते कुछ वर्षों के विचारों से निकलकर आया हो, ऐसा भी नहीं है। विघटन से क्या क्या नुक्सान होता है, इसका दुनिया को अनुभव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (06 मार्च) को ईटी ग्लोबल समिट संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस का जिक्र करते हुए कहा कि आज “COVID-19 नोवल करोंना वाइरस” के रूप में एक बहुत बड़ा चैलेंज दुनिया के सामने है। समिट में पीएम मोदी ने कहा कि विचारों के इस प्रवाह में जो Common Thread है, वो है - ‘Collaborate To Create’. Sustainable Growth के लिए ‘Collaborate To Create’ का ये विजन, आज की आवश्यकता भी है और भविष्य का आधार भी है।
पीएम मोदी ने कहा कि ये विजन अचानक बीते कुछ वर्षों के विचारों से निकलकर आया हो, ऐसा भी नहीं है। विघटन से क्या क्या नुक्सान होता है, इसका दुनिया को अनुभव है। जब साथ चले तो संभल गए, जब आमने सामने हुए तो बिखर गए।
Prime Minister Narendra Modi in Delhi: Every era brings new challenges to test and strengthen our 'Collaborate to Create’ spirit. Just as today, #COVID2019 is a big challenge in front of the world. pic.twitter.com/usLSzXVhqv
— ANI (@ANI) March 6, 2020
उन्होंने ने कहा कि एक दौर ऐसा था जब एक खास वर्ग के Predictions के अनुसार ही चीजें चला करती थीं। जो राय उसने दे दी, वही फाइनल समझा जाता था। लेकिन Technology के विकास से और Discourse के ‘Democratization’ से, अब आज समाज के हर वर्ग के लोगों की Opinion Matter करती है।
- हमारे सामने मार्ग था कि पहले से जो चलता आ रहा है, उसी मार्ग पर चलें या फिर अपना नया रास्ता बनाएं, नई approach के साथ आगे बढ़ें। हमने नया मार्ग बनाया, नई approach के साथ आगे बढ़े और इसमें सबसे बड़ी प्राथमिकता दी- लोगों की Aspirations को।
- जिस वर्ग की बात मैं आपसे कर रहा था, उसकी एक बहुत बड़ी पहचान है- Talking the right things. सही बात कहने में कोई बुराई भी नहीं हैं। लेकिन इस वर्ग को ऐसे लोगों से नफरत है, जो ‘Doing The Right Things’ पर चलते हैं।