राजौरी में 13 साल बाद हुई मुठभेड़, 5 सैनिक शहीद, गोलियों की आवाज से सहमे ग्रामीण
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 23, 2023 11:40 AM2023-11-23T11:40:13+5:302023-11-23T11:46:36+5:30
राजौरी में 13 साल बाद मुठभेड़ में अब तक 5 सैनिक शहीद हो चुके हैं। इसके कारण राजौरी जिले के कालाकोट गांवों के निवासियों में दहशत फैल गई अधिकारियों ने कहा कि आज सुबह राजौरी जिले के कालाकोटे के बाजी माल इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी अभियान शुरू करने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई।
जम्मू: राजौरी के कालाकोट में पिछले 24 घंटों से चल रही मुठभेड़ में 5 सैनिक अभी तक शहीद हो चुके हैं। उनके प्रति एक चौंकाने वाला तथ्य यह हे कि लगभग 13 सालों के लंबे अंतराल के बाद, बुधवार सुबह सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिससे राजौरी जिले के कालाकोट गांवों के निवासियों में दहशत फैल गई।
अधिकारियों ने कहा कि आज सुबह राजौरी जिले के कालाकोटे के बाजी माल इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी अभियान शुरू करने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। कालाकोट के सोलकी, बाजी माल, ब्रेवी, केरी, जब्बार गांवों वाले क्षेत्र में लंबे अंतराल के बाद गोलाबारी देखी गई है, क्योंकि इस क्षेत्र में आखिरी मुठभेड़ लगभग 13 साल पहले हुई थी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि साल 2010 में इलाके में एक मुठभेड़ हुई थी। हालांकि, उसके बाद स्थिति शांत रही। लेकिन अब जब 13 साल के अंतराल के बाद इलाके में ताजा मुठभेड़ हो रही है, तो हर कोई सदमे और डर की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि लोग शांति चाहते हैं, विनाश नहीं।
बाजी माल के निवासी मुहम्मद दीन के बकौल, इलाके में आज सुबह गोलीबारी शुरू हुई। हम सभी डर की स्थिति में हैं और ग्रामीणों में दहशत है। उन्होंने कहा कि हम शांति चाहते हैं, न कि गोलियों की गूंज जो डर पैदा करती है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के कारण लोग पानी भी नहीं ला सके।