जम्मू-कश्मीर: बांदीपोरा में सेना और आंतकियों के बीच मुठभेड़, सर्च ऑपरेशन जारी
By स्वाति सिंह | Updated: August 17, 2018 08:40 IST2018-08-17T08:40:22+5:302018-08-17T08:40:22+5:30
जम्मू-कश्मीर में बांदीपोरा के हाजिन इलाके में आतंकियों के छिपे होने कही खबर है। जिसके बाद सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है।

जम्मू-कश्मीर: बांदीपोरा में सेना और आंतकियों के बीच मुठभेड़, सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू, 17 अगस्त: जम्मू-कश्मीर में बांदीपोरा के हाजिन इलाके में शुक्रवार सुबह से ही सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। खबरों की माने तो वहां पर आतंकियों के छिपे होने कही खबर है। फिलहाल सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है।
#JammuAndKashmir: An encounter is underway between security forces & terrorists in Hajin area of Bandipora. (Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/2SOQBm16I1
— ANI (@ANI) August 17, 2018
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के तंगधार में सोमवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हुआ था। वहीं एक आतंकी वहां से भाग निकला था। बताया जा रहा था कि आतंकी हमले की सूचना पाकर मौके पर सुरक्षाबल पहुंच गए थे और उन्होंने पूरे इलाके को घेर लिया था।
जानकारी के अनुसार कुपवाड़ा के तंगधार इलाके में गश्त के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया और जवान को गोली लग गई लेकिन घायल जवान को तुरंत निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत कर दिया। शहीद जवान का नाम पुष्पेंद्र है। सूचना मिली है कि आतंकी अभी भी इलाके में ही छुपे हुए है, सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने के दौरान सिपाही पुष्पेंद्र सिंह शहीद हो गए।
उन्होंने बताया था कि सेना के बदामीबाग मुख्यालय में एक समारोह में सिपाही पुष्पेंद्र सिंह को कल श्रद्धांजलि दी गई। बता दें कि सरकार के मुताबिक जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इस साल जुलाई तक नियंत्रण रेखा पर 954 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया है।
रक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष भामरे ने राज्यसभा को बताया कि जम्मू कश्मीर में वर्ष 2017 में नियंत्रण रेखा पर 860 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया था जबकि चालू वर्ष में जुलाई माह तक वहां 945 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया गया। वहीं, पूरे राज्य में आर्टिकल 35-A को लेकर विरोध और गंभीर माहौल है।