नहीं रहे प्रख्यात मार्क्सवादी आलोचक और चिंतक डॉ रामविलास शर्मा के छोटे पुत्र, सिंगापुर में निधन
By विमल कुमार | Published: July 6, 2021 01:29 PM2021-07-06T13:29:03+5:302021-07-06T13:33:38+5:30
डॉ विजय मोहन सेवानिवृत होने के बाद अपने बेटे के साथ सिंगापुर में रह रहे थे। वे इन दिनों अपने पिता रामविलास शर्मा के अप्रकाशित पुस्तकों के प्रकाशन में लगे हुए थे।
प्रख्यात मार्क्सवादी आलोचक एवं चिंतक डॉ रामविलास शर्मा के छोटे पुत्र डॉ विजय मोहन शर्मा का सुबह सिंगापुर में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्र भी हैं।
डॉ विजय मोहन शर्मा पेशे से इंजीनियर थे और सेवानिवृत होने के बाद अपने बेटे के साथ इन दिनों सिंगापुर में रह रहे थे। 10 अक्टूबर 1938 को जन्मे डॉ विजय मोहन शर्मा इन दिनों अपने पिता रामविलास शर्मा की रचनावली का संपादन कर रहे थे।
इस परियोजना में उनके साथ दिल्ली विश्विद्यालय के अध्यापक डॉ केडी शर्मा भी शामिल थे जिनका पिछले दिनों कोरोना के कारण निधन हो गया।
डॉ शर्मा ने अपने पिता की पुस्तक" संगीत का इतिहास" और" भारतीय नवजागरण की समस्याएं "जैसी पुस्तकों के अलावा यशस्वी लेखक अमृतलाल नागर और रामविलास शर्मा के पत्रों का भी संपादन किया था।
पिछले दिनों डॉ रामविलास शर्मा के पत्रों की भी एक किताब आई थी जिसका संपादन उन्होंने किया था। वह अपने पिता की साहित्यिक विरासत को संभाले हुए थे और उनकी अप्रकाशित पुस्तकों के प्रकाशन में लगे हुए थे।
साहित्य एकेडमी के फेलो रहे डॉक्टर रामविलास शर्मा और उनके छोटे पुत्र का जन्म दस अक्टूबर को हुआ था।