नई दिल्ली: ईद-उल-फितर का त्योहार आज पूरे देश में मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश भर की मस्जिदों में लोगों के जुटने और नमाज पढ़े जाने की तस्वीरें सामने आ रही हैं। लोगों ने इस मौके पर एक-दूसरे को गले लगाकर 'ईद मुबारक' भी कहा। देश की राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध जामा मस्जिद में भी लोग मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में जुटे और ईद की नमाज पढ़ी। कोरोना की मार की वजह से जो साल बाद जामा मस्जिद में ईद की रौनक नजर आई।
जामा मस्जिद नमाज पढ़ने आए एक शख्स ने कहा, 'हम खुश हैं कि करीब दो साल बाद हमें फिर से यहां आकर नमाज पढ़ने का मौका मिला है। मैं यहां अपने परिवार के साथ आया हूं।' देश में शांति की उम्मीद करते हुए एक अन्य शख्स ने कहा, 'मैं यहां नमाज पढ़कर खुश हूं। मैं चाहता हूं कि देश में शांति बनी रहे और देश को राजनेताओं द्वारा धर्म के नाम पर विभाजित नहीं किया जाना चाहिए।'
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के माहिम दरगाह पर भी ईद के मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुटे और नमाज पढ़ी। लाउडस्पीकर विवाद और राज ठाकरे के बयानों की वजह से हाल में महाराष्ट्र काफी चर्चा में रहा था।
मध्य प्रदेश को भोपाल से भी ईद मनाए जाने की तस्वीरें आई। बड़ी संख्या में नमाजी भोपाल के ईदगाह में जुटे। बता दें कि रमजान के महीने में मुस्लिम समाज 30 दिन रोजे रखते हैं। इसके बाद ईद का त्योहार मनाया जाता है। ईद के मौके पूरे देश में सुरक्षा के खास इंतजाम भी किए गए हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को ईद-उल-फितर की बधाई दी और सभी के उत्तम स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘ईद-उल-फितर की ढेर सारी शुभकामनाएं। यह शुभ अवसर हमारे समाज में एकजुटता और भाईचारे की भावना को बढ़ाए। सभी के उत्तम स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करता हूं।’ दिल्ली समेत देश के किसी भी हिस्से में रविवार को ईद का चांद नजर नहीं आया था। इसलिए ईद-उल-फितर का त्योहार मंगलवार को मनाया जा रहा है।
गौरतलब है कि रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है। इसमें लगभग 30 दिनों तक रोजे रखे जाते हैं। इस महीने के दौरान मुसलमान सुबह से शाम तक भोजन या पानी का सेवन नहीं करते हैं। वे सहरी (भोर से पहले का भोजन) खाते हैं और शाम को 'इफ्तार' के साथ अपना दिन भर का उपवास तोड़ते हैं। ईद उल-फितर रमजान के महीने के खत्म होने के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के 10वें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है।