कश्मीर में ईद-उल-अजहा पर मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाएगी, ढील के बाद श्रीनगर में फिर धारा 144 लागू
By स्वाति सिंह | Published: August 12, 2019 07:58 AM2019-08-12T07:58:31+5:302019-08-12T08:08:25+5:30
श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने लोगों के लिए नया नंबर जारी किया। यह नंबर खासकर कश्मीर के उन लोगों के लिए है, जिन्हें अपने परिवार के लिए मदद चाहिए या जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद जो मुश्किल में हैं।
जम्मू-कश्मीर के अधिकतर इलाकों में ईद की पूर्व संध्या पर प्रशासन ने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए रविवार को श्रीनगर में धारा 144 लागू किया। कश्मीर घाटी में शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर इसमें ढील दी गई थी, लेकिन एक बार फिर श्रीनगर में एक जगह भीड़ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि सोमवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर कश्मीर में लोगों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाएगी। मोबाइल और लैंडलाइन फोन पर लगी रोक भी यथाशीघ्र हटा ली जाएगी।
अधिकारी ने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर ‘भाषा’ को बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखना और किसी उपद्रव और जानमाल की हानि को रोकना है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं और वे लोगों को ईद पर मस्जिद में नमाज पढ़ने की सुविधा देंगे।
प्रशासन ने शुक्रवार को लोगों को स्थानीय मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी। हालांकि, घाटी में बड़ी संख्या में लोगों के एक स्थान पर जमा होने की इजाजत नहीं दी गई।
संचार संसाधनों पर रोक के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा कि यह अस्थायी उपाय है, ताकि अफवाहों और गलत सूचनाओं को फैलने से रोका जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार जमीनी हालात को लेकर संवेदनशील है और लोगों को कम से कम असुविधा हो इसका ध्यान रख रही है। रोजाना या हर दूसरे दिन प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है। हम फोन पर से रोक हटाने का फैसला जितनी जल्दी संभव होगा, लेंगे।’’
अधिकारी ने कहा कि सभी फैसले केंद्र सरकार की ओर से नहीं लिए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन अपने स्तर पर जरूरत के हिसाब से कानून- व्यवस्था को लेकर फैसला ले रहा है।
वहीं इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार पुलिस इलाके में घूम-घूमकर लोगों को घर में रहने की हिदायत दे रही है। दुकानदारों से दुकानें बंद करवाई जा रही हैं। जम्मू-कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि मामूली पथराव के बाद कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि इन घटनाओं पर भी तत्काल काबू पा लिया गया। वहीं, पुलिस महानिदेशक और राज्य के मुख्य सचिव ने लोगों से फर्जी खबरों पर यकीन नहीं करने की अपील की है। पुलिस महानिदेशक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के राज्य की स्थिति बहुत खराब बताने के कुछ मिनट बाद ही स्थिति को सामान्य बताया।
श्रीनगर पुलिस ने भी ट्वीट किया कि घाटी में स्थिति सामान्य है। कश्मीर के आईजी एसपी पाणी ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की कश्मीर में गोलीबारी की खबरों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पिछले 7 दिनों से कोई ऐसी घटना नहीं हुई है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया से जिम्मेदारी से खबरों को दिखाने की अपील की। वहीं, कश्मीर में फोन समस्या अब भी बरकरार है। लोग दूर-दूर से फोन करने बूथ तक पहुंच रहे हैं।
CRPF ने 'मददगार' हेल्पलाइन के लिए नंबर किया जारी
श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने लोगों के लिए नया नंबर जारी किया। यह नंबर खासकर कश्मीर के उन लोगों के लिए है, जिन्हें अपने परिवार के लिए मदद चाहिए या जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद जो मुश्किल में हैं।
'मददगार' हेल्पलाइन ने ट्विटर पर एक संदेश जारी करते हुए कहा कि लोग उसके मोबाइल नंबर 9469793260 पर ''किसी भी तरह के सहयोग या जानकारी'' के लिए कॉल कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी में कर्फ्यू के कारण इसका आधिकारिक नंबर 14111 काम नहीं कर रहा है।
ट्विटर पर जारी संदेश में यह भी कहा गया कि इसके आधिकारिक हैंडल सीआरपीएफ मददगार पर भी सहयोग मांगा जा सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विभिन्न हिस्सों की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए काफी संख्या में लोग हेल्पलाइन पर फोन कर रहे हैं। हेल्पलाइन उन्हें सभी मौजूदा सूचनाओं के साथ सहयोग कर रहा है और चूंकि पुराने नंबर 14111 में समस्या आ रही है इसलिए नया नंबर जारी किया गया है।