प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार (सात दिसंबर) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से जुड़ी तीन जगहों पर दिल्ली में छापा मारा है। वहीं, बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने बेंगलुरु में भी एक जगह छापा मारा है। इस दौरान राबर्ट वाड्रा के वकील मे मीडिया के सामने आकर बताया है कि तीन जगहों पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वाड्रा के वकील ने बताया है कि उनसे जुडें करीबी सहयोगियों के तीन स्थानों पर ईडी की टीम ने छापेमारी की है। उन्होंने हमारे लोगों को स्काइलाईट हॉस्पिटेलिटी के अंदर बंद कर दिया और वे किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दे रहे हैं। क्या यह नाजीवाद है? क्या यह जेल है?
आपको बता दें कि पिछले महीने नवंबर के आखिरी में ईडी ने राजस्थान के सीमावर्ती शहर बीकानेर में भूमि घोटाले के सिलसिले में धन शोधन की जांच को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को तलब किया था।
समझा जाता है कि प्रवर्तन निदेशालय इलाके में जमीन खरीदने वाली कंपनी-स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड के संचालन के बारे में वाड्रा से पूछताछ करना चाहती थी। यह कंपनी कथित तौर पर उनसे जुड़ी है। ईडी वाड्रा का सामना उन लोगों से भी कराना चाहती है जिन्होंने इसे उनसे जुड़ा बताया है।
एजेंसी मामले में एक बड़ी स्टील कंपनी की भूमिका की भी जांच कर रही है। संदेह है कि स्टील कंपनी ने उस कंपनी को कर्ज दिया जिसने बहुत महंगी कीमत पर वाड्रा से जुड़ी कंपनियों से जमीनें खरीदी। एजेंसी ने पूर्व में वाड्रा से जुड़े महेश नागर और कुछ अन्य के परिसरों पर छापा मारा था ।
पिछले साल दिसंबर में ईडी ने नागर के करीबी सहयोगी अशोक कुमार तथा एक अन्य व्यक्ति जयप्रकाश भार्गव को गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि नागर का स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ाव है और इस कंपनी के तार वाड्रा से जुड़े हुए हैं। (समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के आधार पर)