"ईडी की छापेमारी दुर्भावनापूर्ण राजनीति का नतीजा, 2024 के लोकसभा चुनाव तक जारी रहेगी", मनोज झा ने आप सांसद संजय सिंह के खिलाफ हुई कार्रवाई पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 4, 2023 02:31 PM2023-10-04T14:31:00+5:302023-10-04T14:34:03+5:30
राजद सांसद मनोज झा ने संजय सिंह के आवास पर ईडी की छापेमारी को दुर्भावनापूर्ण राजनीति का नतीजा बताया और कहा कि 2024 के आम चुनाव तक विपक्षी दल के नेताओं पर इस तरह की छापेमारी होती रहेगी।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: देश की सियासत आज तड़के उस वक्त गर्म हो गई, जब दिल्ली आबकारी नीति के केस में प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने सुबह-सुबह आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के यहां छापा मारा। आप सांसद के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी की इस कार्रवाई पर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने हमला बोला है।
इसी क्रम में राजद सांसद मनोज झा ने संजय सिंह के आवास पर ईडी की छापेमारी को दुर्भावनापूर्ण राजनीति का नतीजा बताया और कहा कि 2024 के आम चुनाव तक विपक्षी दल के नेताओं पर इस तरह की छापेमारी होती रहेगी।
सांसद मनोज झा ने कहा, "यह बेहद दुखद है, लेकिन विपक्षी दलों को इसका कोई आश्चर्य नहीं है। यह सिलसिला तो साल 2024 के आम चुनाव तक जारी रहेगा। पीएम मोदी और अमित शाह ने साल 2024 के चुनाव की औपचारिक घोषणा कर दी है। कल ही न्यूज़क्लिक और तमाम पत्रकारों पर छापा पड़ा था और आज संजय सिंह पर यहां छापा पड़ा है।"
उन्होंने आगे कहा, 'हम जानते हैं कि वो ऐसा करेंगे, लेकिन हम एक बात कहना चाहते हैं कि घड़ा भर चुका है और फूटने वाला है लेकिन उन्होंने अपनी मनमानी से ईडी और सीबीआई के चरित्र को बहुत नुकसान पहुंचाया है।"
वहीं आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सांसद संजय सिंह पर ईडी द्वारा लगाये सभी आरोप फर्जी और मनगढ़ंत हैं। उन्होंने कहा, ''यह एक ऐसा फर्जी घोटाला है, जिसकी जांच पिछले 15 महीने से चल रही है। ईडी और सीबीआई ने कम से कम 1000 जगहों पर छापेमारी की है लेकिन उन्हें कहीं से 1 रुपया भी बरामद नहीं हुआ है। उन्हें संजय सिंह के आवास पर भी कुछ नहीं मिलेगा। सच्चाई यह है कि भाजपा लोकसभा 2024 का चुनाव हार रही है।''
भाजपा ने ईडी के छापेमारी का बचाव करते हुए कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय मामले में कानून के मुताबिक कार्रवाई कर रही है।
भाजपा नेता दुष्यंत गौतम ने कहा, "आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं ने लोगों को बेवकूफ बनाने का काम किया है। करोड़ों रुपये का उत्पाद शुल्क नीति घोटाला दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर किया गया था। सारी चर्चाएं मुख्यमंत्री के आवास पर ही हुई है।"
इस बीच ईडी की चल रही छापेमारी पर संजय सिंह के पिता ने कहा कि वे जांच एजेंसी को सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा, "विभाग अपना काम कर रहा है, हम उनका सहयोग करेंगे। मैं उस समय का इंतजार करूंगा जब उन्हें मंजूरी मिलेगी।"
इससे पहले मई महीने में संजय सिंह ने वित्त सचिव टीवी सोमनाथन को लिखे पत्र में कहा था कि ईडी निदेशक और सहायक निदेशक ने जानबूझकर बिना किसी आधार के कथित शराब घोटाले से उनका नाम जोड़ा है, जिससे उनकी सार्वजनिक छवि खराब हुई है और उन्हें बदनाम किया गय़ा है।
इसके साथ ही सांसद सिंह ने अपने पत्र में बताया कि ईडी उनका नाम दिल्ली के एक व्यापारी और प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के करीबी दिनेश अरोड़ा के बयानों के आधार पर जोड़ रही है।
आप नेता संजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि ईडी अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करके उनकी सार्वजनिक छवि खराब की है और उन्हें उन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत दी जाए। उन्होंने कहा कि वो पहले ही अधिकारियों को सार्वजनिक माफी मांगने के लिए कानूनी नोटिस भेज चुके हैं।
वहीं आबकारी केस में ईडी सूत्रों का कहना है कि संजय सिंह का नाम ईडी की चार्जशीट में चार बार आया है, जिसमें से एक संदर्भ गलत था और अनजाने में टाइप हो गया था। एक जगह राहुल सिंह की जगह संजय सिंह का नाम लिखा गया था, जो उस वक्त एक्साइज कमिश्नर थे।