ईडी ने हरियाणा भूमि घोटाला मामले में प्रियंका गांधी का नाम शामिल किया चार्जशीट में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 28, 2023 01:39 PM2023-12-28T13:39:07+5:302023-12-28T13:41:33+5:30
प्रवर्तन निदेशालय ने फरीदाबाद में 40 पांच एकड़ कृषि भूमि खरीदने के मामले में पहली बार अपने आरोप पत्र में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम शामिल किया है।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पहली बार अपने आरोप पत्र में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम शामिल किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रियंका का नाम दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में 40 पांच एकड़ कृषि भूमि खरीदने में उनकी भूमिका को लेकर शामिल किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के ईडी की ओर से बनाई गई चार्जशीट में वह जमीन फरीदाबाद के अमीपुर गांव में पाहवा से खरीदी गई थी। यह पाहवा वही एजेंट है, जिसके साथ प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने साल 2005-2006 तक अमीपुर गांव में 334 कनाल (40.08 एकड़) जमीन के तीन टुकड़े खरीदे और उसे बेचा था दिया।
ईडी के मुताबिक एजेंट पाहवा वही व्यक्ति है, जिसने एनआरआई कारोबारी सीसी थंपी को भी जमीन बेची थी। थंपी एक बड़े मामले में शामिल है, जिसके तार सीधे तौर पर भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ते हैं। जिसके खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा और काले धन कानूनों के उल्लंघन और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के लिए कई एजेंसियां जांच कर रही हैं। वह 2016 में भारत से ब्रिटेन भाग गया था। इसके अलावा थम्पी पर ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा के साथ मिलकर भंडारी को अपराध की कमाई छिपाने में मदद करने का आरोप लगाया गया है।
ईडी ने मामले से संबंधित अपने पहले आरोपपत्र में थम्पी के कथित करीबी सहयोगी के रूप में रॉबर्ट वाड्रा का नाम शामिल किया है। ताजा आरोप-पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि पाहवा को भूमि अधिग्रहण के लिए बही-खातों से नकदी प्राप्त हो रही थी। जांच में पाया गया है कि रॉबर्ट वाड्रा ने पाहवा को बिक्री का पूरा भुगतान भी नहीं किया है।
इससे पहले ईडी ने बीते मंगलवार को एक बयान में कहा कि लंदन में एक संपत्ति की खरीद के संबंध में रॉबर्ट वाड्रा की भागिदारी पायी गई है, जो जांच का हिस्सा है।
वाड्रा और थम्पी के बीच संबंधों का विवरण देते हुए ईडी के आरोप पत्र में कहा गया है, "इस मामले में जांच के दौरान पाया गया कि सीसी थम्पी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच एक लंबा और गहरा रिश्ता मौजूद है। न केवल एक व्यक्तिगत/सौहार्दपूर्ण बंधन, बल्कि सामान्य और उनके बीच समान व्यापारिक हित भी पाए जाते हैं।"
जनवरी 2020 में गिरफ्तार किए गए थंपी ने कथित तौर पर ईडी को बताया कि वह वाड्रा को 10 साल से अधिक समय से जानता है और वे वाड्रा की यूएई के साथ-साथ दिल्ली की यात्राओं के दौरान कई बार मिले थे।