पंजाबः सीएम चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को ED ने किया गिरफ्तार, रेत खनन मामले में हुई थी पूछताछ
By अनिल शर्मा | Published: February 4, 2022 09:00 AM2022-02-04T09:00:55+5:302022-02-04T09:20:53+5:30
जालंधर में ईडी के कार्यालय में भूपिंदर सिंह ‘हनी’ से घंटों पूछताछ की गई थी। ईडी ने हनी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया है।
जालंधरः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह ‘हनी’ को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने गुरुवार की देर शाम पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को जालंधर से अवैध रेत खनन मामले में दिन भर की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
जालंधर में ईडी के कार्यालय में भूपिंदर सिंह ‘हनी’ से घंटों पूछताछ की गई थी। ईडी ने हनी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया है। उसे मोहाली की एक विशेष अदालत के एक दिन बाद में पेश किए जाने की संभावना है। ईडी की कार्रवाई 10 करोड़ रुपये से अधिक, 21 लाख से अधिक मूल्य का सोना और 12 लाख रुपये मूल्य की रोलेक्स घड़ी जब्त करने के लगभग 20 दिन बाद हुई। भूपिंदर सिंह हनी और अन्य को एक कथित अवैध रेत खनन मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
ईडी ने कहा कि प्राथमिकी में उल्लेख किया गया है कि अवैध बालू के संबंध में शहीद भगत सिंह नगर पुलिस स्टेशन में प्राप्त एक शिकायत के आधार पर खनन विभाग, नागरिक प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने 7 मार्च 2018 को औचक निरीक्षण किया।परिणामस्वरूप, यह पाया गया कि विभिन्न मशीनों द्वारा कई खदानों की खुदाई की जा रही थी और खनन निर्धारित क्षेत्र से परे किया जा रहा था। तदनुसार, कई टिपर और ट्रक, चीनी मिट्टी के बरतन मशीन और जेसीबी मशीनों को जांच दल द्वारा कब्जा कर लिया गया था। जब्त किए गए टिपर और ट्रक भी रेत से भरे हुए पाए गए। कार्यालय की मुहर वाली जब्त की गई तौल पर्ची वास्तव में संबंधित कार्यालय द्वारा जारी नहीं की गई थी और जाली थी।
इसके बाद ईडी ने यह भी सूचित किया था कि मलिकपुर खनन स्थल पर खनन कार्य रोक दिया गया था और टीम द्वारा तौल पर्चियों की स्वीकृति भी रोक दी गई थी। प्राथमिकी के अनुसार मलिकपुर के अलावा, बरसल, लालेवाल, मंडला और खोसा, बुर्जतहल दास में भी अवैध खनन गतिविधियों को अंजाम दिया गया था।
ईडी ने मोहाली, लुधियाना, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और पठानकोट में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर आरोपी व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों पर दो दिनों तक छापेमारी की। संघीय एजेंसी ने 18 और 19 जनवरी को पिंजौर रॉयल्टी कंपनी के मालिक कुदरतदीप सिंह और उनके सहयोगियों और शेयरधारकों कंवरमहिप सिंह, मनप्रीत सिंह, सुनील कुमार जोशी, जगवीर इंदर सिंह सहित आरोपी व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के परिसरों पर छापे मारे।
प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक रणदीप सिंह और भूपिंदर सिंह और संदीप कुमार सहित इसके अन्य निदेशकों और शेयरधारकों के परिसर में भी छापेमारी हुई। तलाशी की जा रही जगहों में मोहाली के सेक्टर -70 में हनीज होमलैंड हाइट्स सोसाइटी का आवास शामिल है।