आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर देशभर में राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने में जुटी है। ऐसे में चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय और राज्य की पार्टियों को सख्त हिदायत दी है। चुनाव आयोग ने शनिवार (9 मार्च) को कहा कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियां चुनाव प्रचार के दौरान डिफेंस पर्सनल का किसी भी तरह से प्रयोग न करें। दरअसल, चुनाव नजदीक आते ही चुनावी पार्टियां भाषणों और पोस्टरों में डिफेंस फोर्सेज का इस्तेमाल कर रहीं थी।
रक्षा मंत्रालय ने चुनाव आयोग के अनुरोध के बाद चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया। रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि राजनीतिक पार्टियां और उनके उम्मीदवार चुनाव प्रॉपेगैंडा के तौर पर विज्ञापनों में डिफेंस पर्सनल की तस्वीरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने 4 दिसंबर 2013 को दिए अपने निर्देशों में साफ कहा था कि राजनीतिक पार्टियां अपने चुनाव प्रचार में डिफेंस फोर्सेज को शामिल न करें। चुनाव आयोग ने कहा था कि सभी पार्टियां अपने नेताओं को यह निर्देश दें कि वे विज्ञापनों में सैन्य बलों की तस्वीरों का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
बीजेपी ने लगाए पोस्टर
हाल ही में कश्मीर में हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पीओके में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी। इसके बाद बीजेपी ने बड़ी कामयाबी के तौर पर प्रचार किया था। इसके अलावा बीजेपी के कुछ स्थानीय नेताओं ने सेना के पोस्टर अपने पार्टी चिन्ह के साथ जगह जगह लगाने शुरू कर दिए थे। जिसे लेकर विपक्ष ने सवाल उठाएं थे।