Earthquake Today: पाकिस्तान, नेपाल में सुबह-सुबह भूकंप से हिली धरती, भारत में भी महसूस किए गए झटके
By अंजली चौहान | Updated: February 28, 2025 07:35 IST2025-02-28T07:29:55+5:302025-02-28T07:35:13+5:30
Earthquake Today: नेपाल में शुक्रवार तड़के 6.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र सिंधुपालचौक जिला था।

Earthquake Today: पाकिस्तान, नेपाल में सुबह-सुबह भूकंप से हिली धरती, भारत में भी महसूस किए गए झटके
Earthquake Today: पाकिस्तान और नेपाल में शुक्रवार, 28 फरवरी की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह भूकंप का एहसास होने के बाद से लोग दहशत में हैं और इसका भारत में भी देखने को मिल रहा है। दरअसल, नेपाल में आए तीव्र भूकंप के कारण बिहार में भी झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में आज सुबह 05.14 बजे रिक्टर स्केल पर 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी।
वहीं, शुक्रवार तड़के नेपाल में 6.1 तीव्रता का भीषण भूकंप आया। भूकंप का केंद्र हिमालयी राष्ट्र के मध्य क्षेत्र के सिंधुपालचौक जिले में था। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि भूकंप का केंद्र सिंधुपालचौक जिले के भैरवकुंडा में सुबह करीब 2:51 बजे (स्थानीय समय) आया।
An earthquake with a magnitude of 4.5 on the Richter Scale hit Pakistan at 05.14 IST today.
— ANI (@ANI) February 28, 2025
(Source - National Center for Seismology) pic.twitter.com/96rhnMow91
सुबह-सुबह आए भूकंप के कारण नेपाल के कई इलाकों, खासकर पूर्वी और मध्य इलाकों में लोगों ने भूकंप महसूस किया। भारत और तिब्बत, चीन के सीमावर्ती इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप के कारण पटना और बिहार के अन्य इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। पटना में लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किए हैं, जिसमें भूकंप के कारण पंखे और कमरे हिलते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक्स पर एक यूजर ने कहा कि भूकंप के झटके "लगभग 35 सेकंड" तक रहे।
Earthquake measuring 6.1 on Richter scale strikes Nepal
— ANI Digital (@ani_digital) February 27, 2025
Read @ANI Story | https://t.co/wzta4rcOt2#earthquake#Nepalpic.twitter.com/MkFfmZLf2l
किसी के घायल होने या बड़े नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है, लेकिन स्थानीय अधिकारी वर्तमान में प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का आकलन कर रहे हैं। नेपाल में विनाशकारी भूकंपों के इतिहास को देखते हुए, अधिकारियों ने निवासियों को संभावित झटकों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि नेपाल सबसे सक्रिय टेक्टोनिक ज़ोन (भूकंपीय क्षेत्र IV और V) में से एक में स्थित है, जो इसे भूकंप के लिए बेहद संवेदनशील बनाता है।