डीएम साहिबा की गायों की देखभाल के लिए लगाई गई सरकारी पशु डॉक्टरों की ड्यूटी, लेटर वायरल होने से विभाग में मचा हड़कंप

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 12, 2022 02:29 PM2022-06-12T14:29:59+5:302022-06-12T14:34:20+5:30

फतेहपुर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे के सरकारी आवास में पलने वाली 3 गायों की देखभाल के लिए जिला पशु स्वास्थ्य विभाग के 7 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है और वो भी हफ्ते के सातों दिन के लिए।

Duty of government veterinary doctors imposed for the care of DM Sahiba's cows, there was a stir in the department due to the letter going viral | डीएम साहिबा की गायों की देखभाल के लिए लगाई गई सरकारी पशु डॉक्टरों की ड्यूटी, लेटर वायरल होने से विभाग में मचा हड़कंप

डीएम साहिबा की गायों की देखभाल के लिए लगाई गई सरकारी पशु डॉक्टरों की ड्यूटी, लेटर वायरल होने से विभाग में मचा हड़कंप

Highlightsफतेहपुर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे के आवास पर प्राइवेट काम के लिए लगी सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटीडीएम साहिबा की 3 गायों की देखभाल के लिए सरकारी पशु डॉक्टरों की हुई तैनाती इसका काम के लिए जिला पशु चिकित्सा विभाग ने बाकायदा जारी किया लेटर, जो हो गया वायरल

फतेहपुर: प्राशसनिक बाबूओं की हनक का एक ऐसा माजरा सामने आया है, जिसे देख और सुनकर सभी हैरान रह गये। इस वाकये से पहले सुना जाता था कि यूपी में नेताओं की भैंस और कुत्तों को खोजने के लिए पुलिस अमला सड़कों की खाक छानता था लेकिन ताजा वाकये में तो पशु डॉक्टरों की सामत आ गई, जब जिलाधिकारी साहिबा की गायों की देखभाल के लिए हफ्ते के सातों दिन उनके आवास पर बाकायदा ड्यूटी के लिए सरकारी आदेश जारी कर दिया गया।

जी हां, फतेहपुर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे के सरकारी आवास में पलने वाली 3 गायों की देखभाल के लिए जिला पशु स्वास्थ्य विभाग के 7 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है और वो भी हफ्ते के सातों दिन के लिए।

दरअसल ये मामला खुलता ही नहीं लेकिन जिला पशु विभाग द्वारा निर्गत सरकारी आदेश की चिट्ठी किसी ने वायरल कर दी और इस कारण जिलाधिकारी महोदया की हनक पब्लिक डोमेन में आ गई और इस बात पर बहस छिड़ गई कि क्या सरकारी पशु डॉक्टरों की नियुक्ति इसलिए हुई है कि वो हफ्ते के सातों दिन जिलों के पशु अस्पताल को छोड़कर डीएम साहिबा के घर की चाकरी करेंगे।

इस मामले में फतेहपुर के लोगों में खासा गुस्सा है और लोग इसे सरकारी अधिकारियों के अधिकारों और शक्ति के बेजा इस्तेमाल के तौर पर देख रहे हैं। वहीं फतेहपुर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की ओर निर्गत हुई चिट्ठी के वायरल होने से जिले के सरकारी महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

जब चिट्ठी सार्वजनिक हो गई तो इस मामले में अपर मुख्य पशुधिकारी ने बात करते हुए इस बात को स्वीकार किया कि विभाग की ओर से पशु चिकित्सकों की तैनाती की गई थी क्योंकि डीएम साहिबा के आवास पर पलने वाली गायों की तबियत खराब थी।

सरकारी पत्र में बाकायदा डाक्टरों के नाम दिये हुए हैं और साथ में उन्हें किस दिन डीएम साहिबा के आवास पर तैनात रहना है, इसका भी बाकायदा उल्लेख किया गया है।

चिट्ठी में लिखा है कि डीएम महोदया की गायों की चिकित्सा के लिए पशु चिकित्सकों की रोजाना ड्यूटी लगाई जाती है। इसके साथ ही चिट्ठी में यह भी लिखा है कि आदेश के संबंध में चिकित्सकों की शिथिलता अक्षम्य है।

जानकारी के मुताबिक फतेहपुर की डीएम अपूर्वा दुबे के पति कानपुर के मौजूदा जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर भी आईएएस अधिकारी हैं। 

Web Title: Duty of government veterinary doctors imposed for the care of DM Sahiba's cows, there was a stir in the department due to the letter going viral

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