पुल न होने की वजह से खाट पर गर्भवती महिला को ले जाया गया अस्पताल, नहीं बच सका बच्चा

By भाषा | Published: July 28, 2021 08:06 PM2021-07-28T20:06:25+5:302021-07-28T20:06:25+5:30

Due to lack of bridge, the pregnant woman was taken to the hospital on the cot, the child could not survive | पुल न होने की वजह से खाट पर गर्भवती महिला को ले जाया गया अस्पताल, नहीं बच सका बच्चा

पुल न होने की वजह से खाट पर गर्भवती महिला को ले जाया गया अस्पताल, नहीं बच सका बच्चा

छिंदवाड़ा, 28 जुलाई मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में स्थानीय निवासी पुल न होने की वजह से एक खाट के जरिए नदी पार कराकर गर्भवती महिला को अस्पताल ले गए लेकिन देर होने और गंभीर हालत के कारण अस्पताल में महिला के बच्चे को बचाया नहीं जा सका।

जिले के दमुआ खंड के टेकाढाना गांव के पूर्व सरपंच दिलीप बटके ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने पर स्थानीय निवासी 24 वर्षीय महिला पिंकी को पुल न होने की वजह से खाट पर नदी पार कराकर पहले रामपुर स्थित सामुदायिक केंद्र और बाद में दमुआ स्थित अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर महिला की हालत गंभीर होने के कारण बच्चे को बचा नहीं सके।

उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग लंबे समय से भडंगा नदी पर पुल बनाने कही मांग कर रहे हैं लेकिन यह मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है जिससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।

बटके ने कहा कि प्रदेश में छिंदवाड़ा अपने विकास के लिए जाना जाता है लेकिन इस घटना ने विकास के लंबे दावों की पोल खोल दी है।

टेकढ़ाना गांव छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में आता है और इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व लोकसभा में लंबे समय तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ करते रहे हैं तथा वर्तमान में उनके पुत्र नकुल नाथ यहां से सांसद हैं।

बटके ने कहा कि जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर उनका गांव टेकाढाना हर साल बारिश के मौसम में टापू में बदल जाता है। स्थानीय लोग लंबे समय से नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं।

उन्होंने गर्भवती महिला का उपचार करने वाले डॉ संजय भटकर के हवाले से कहा, ‘‘ बच्चे को बचाया नहीं जा सका क्योंकि महिला को गंभीर हालत में देर से अस्पताल लाया गया था।’’

महिला को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

दमुआ के मुख्य नगर पालिका अधिकारी पी खांडे ने कहा कि गांव के लोगों ने कई बार पुल के निर्माण के लिए ज्ञापन दिया है और इसे जिला अधिकारियों को भेज दिया गया है।

उन्होंने कहा कि जैसे ही अधिकारियों से इसकी अनुमति मिलेगी, पुल का निर्माण किया जाएगा।

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Web Title: Due to lack of bridge, the pregnant woman was taken to the hospital on the cot, the child could not survive

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