जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार DSP देविंदर सिंह ने शुरुआती जांच में कहा- आतंकियों से पैसे लेकर पार कराता था सुरंग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 14, 2020 09:07 AM2020-01-14T09:07:51+5:302020-01-14T09:07:51+5:30
पुलिस ने यह दावा किया है कि डीएसपी ने शुरुआती पूछताछ में बताया है कि वह 12 लाख रुपये लेकर आतंकियों को बॉर्डर पार कराने वाले था। जांच में यह बात भी सामने आई है कि आतंकियों ने यह पैसा सिर्फ सुरंग के माध्यम से बॉर्डर पार कराने के लिए नहीं बल्कि उसे कश्मीर में उसके ठहरने के इंतजाम आदि के लिए भी यह पैसा लिया गया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह पिछले दिनों दो आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार हो गए थे। शुरुआती पुलिस जांच में उन्होंने बताया कि वह दोनों आतंकियों को साथ लेकर सरेंडर कराने के लिए ले जा रहे थे। लेकिन, ऐसा होता तो पुलिस के बड़े अधिकारियों को इसके बारे में पता होता। किसी दूसरे अधिकारी को इसके बारे में पता नहीं था, ऐसे में पुलिस सूत्रों का कहना है कि वह गिरफ्तार होने के बाद झूठ बोल रहे हैं।
नवभारत टाइम्स की खबरों की मानें तो पुलिस ने यह दावा किया है कि डीएसपी ने शुरुआती पूछताछ में बताया है कि वह 12 लाख रुपये लेकर आतंकियों को बॉर्डर पार कराने वाले था। जांच में यह बात भी सामने आई है कि आतंकियों ने यह पैसा सिर्फ सुरंग के माध्यम से बॉर्डर पार कराने के लिए नहीं बल्कि उसे कश्मीर में उसके ठहरने के इंतजाम आदि के लिए भी यह पैसा लिया गया था।
इसके साथ ही बता दें कि एनआईए इस बात की भी जांच कर रही है कि डीएसपी 26 जनवरी से पहले किसी बड़े आतंकी हमले की तैयारी तो नहीं कर रहे थे। सोमवार को एनआईए व पुलिस ने उनके घर की तालाशी भी ली थीं।
कौन है डीएसपी देविंदर सिंह
यह पहली बार नहीं है जब डीएसपी सिंह का नाम गलत कारणों से खबरों में है। संसद में हमले के दोष में फांसी पर चढ़ाए गए अफजल गुरु ने पहली बार डीएसपी सिंह का जिक्र किया था। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अफजल गुरु ने 2004 में अपने वकील सुशील कुमार को एक चिट्ठी में लिखा कि देविंदर सिंह ने ही उसे संसद हमले के सह आरोपी ‘‘मोहम्मद’’ को साथ लेकर ‘‘दिल्ली जाने और उसके लिए मकान किराए पर लेने तथा कार खरीदने को कहा था।’’ उस वक्त सिंह विशेष अभियान समूह में डीएसपी थे।
अधिकारियों के मुताबिक उस वक्त सिंह पर लगे आरोपों को साबित करने के लिए पुख्ता सबूत नहीं मिले। लेकिन आतंकवादियों को लेकर जाते हुए शनिवार को हुई उनकी गिरफ्तारी ने गुरु द्वारा उठाए गए सवालों और लगाए गए आरोपों को फिर से जिंदा कर दिया है। अफजल गुरु को 9 फरवरी, 2013 को दोषी ठहराया गया और फांसी दे दी गई।
कहा जा रहा है कि डीएसपी की मदद से आतंकी दिल्ली में प्रवेश करने वाले थे। बाद में डीएसपी के श्रीनगर स्थित घर की तलाशी में एक एके-47, दो पिस्टल तथा तीन ग्रेनेड मिले। त्राल में पैतृक घर की भी तलाशी ली गई। बताते हैं कि जम्मू जाने के लिए डीएसपी ने चार दिन की छुट्टी ली थी।
गिरफ्तार आतंकियों में लश्कर का शोपियां जिला कमांडर सईद नवीद मुश्ताक उर्फ नवीद बाबू तथा हिजबुल का अल्ताफ आसिफ डार शामिल हैं। नवीद ए प्लस कैटेगरी का आतंकी है। शोपियां के नाजीपोरा निवासी नवीद दो मई, 2014 से संगठन में सक्रिय है।