Covid-19 medicine: कोरोना की नई दवा 2-DG आज होगी लॉन्च, मरीज जल्दी हो सकते हैं ठीक, जानें दवा से जुड़ी 10 बड़ी बातें
By उस्मान | Published: May 16, 2021 11:59 PM2021-05-16T23:59:20+5:302021-05-17T07:31:55+5:30
बताया जा रहा है कि दवा सुरक्षित और असरदार है, इससे मरीज जल्दी ठीक हो सकते हैं
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से विकसित की गयी कोविड-19 रोधी दवा 2-डीजी (2-deoxy-D-glucose (2-DG) की पहली खेप आज लॉन्च की जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन इस दवा को लॉन्च करेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने इस महीने के शुरू में कहा था कि कोविड-19 के मध्यम लक्षण वाले तथा गंभीर लक्षण वाले मरीजों पर इस दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) की ओर से मंजूरी मिल चुकी है।
अधिकारियों ने बताया कि डीआरडीओ के मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में दोनों केन्द्रीय मंत्री इस दवा की पहली खेप को लॉन्च करेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने आठ मई को एक बयान में कहा था कि 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के क्लीनिकल परीक्षण में पता चला है कि इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही इस दवा से मरीज जल्दी ठीक होते हैं।
जी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, INMAS के वैज्ञानिक डॉक्टर सुधीर चांदना ने कहा है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है और रोगियों को तेजी से ठीक होने में मदद करेगा।
2-डीजी को हैदराबाद स्थिति डॉक्टर रेड्डी लैबोरेट्रीज (डीआरएल) के सहयोग से डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) की एक प्रयोगशाला इनमास (INMAS) द्वारा विकसित किया गया है।
डॉक्टर चंदना ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान इस दवा ने कोरोना संक्रमित रोगियों को ठीक करने में एक प्रभावी परिणाम दिया है।
यह दवा दूसरे चरण में लगभग 110 रोगियों पर नैदानिक परीक्षणों से गुजरी है। तीसरे चरण में, इसे 220 रोगियों पर आज़माया गया था। दवा ने चरण दो में बेहतर प्रभावकारिता दिखाई गई।
डॉक्टर चंदना ने कहा है कि यह दवा कोरोना के मरीजों को दो से तीन दिन के अंदर ठीक करने की क्षमता रखती है।
उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में यह देखा गया है कि रोगियों में इसके इस्तेमाल से तीसरे दिन तक ऑक्सीजन की निर्भरता 42 प्रतिशत कम हो सकती है।
डॉक्टर ने कहा है कि इस डेटा ने संकेत दिया है कि जब इस दवा का उपयोग मानक देखभाल के साथ करते हैं तो ऑक्सीजन निर्भरता बेहतर तरीके से कम हो जाती है।
डीआरडीओ ने डीआरएल के साथ मिलकर पिछले साल अप्रैल में दवा का क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया था। चरण 2 का परीक्षण 110 रोगियों पर मई से अक्टूबर 2020 तक किया गया।
सफल परिणामों के आधार पर, डीसीजीआई ने तीसरे चरण की अनुमति दी थी। चरण 3 दिसंबर, 2020 से मार्च 2021 के बीच 220 रोगियों पर किया गया था।
कीमत के बारे में पूछे जाने पर डॉक्टर ने कहा है कि यह उत्पादन और कारक पर निर्भर करेगा। दवा के दाम भी जल्द ही निर्धारित कर दिए जाएंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)