अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका में प्रतिष्ठित लीजन ऑफ मेरिट अवॉर्ड से सम्मानित किया है। पीएम मोदी की तरफ से इस अवॉर्ड को भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने रिसीव किया। इससे पहले पीएम मोदी को रूस, सऊदी अरब, बहरीन, यूएई, फिलिस्तीन और मालदीव जैसे देश अपना सर्वोच्च सम्मान दे चुके हैं। ऐसे में सवाल उठाता है कि आखिर लीजन ऑफ मेरिट अवार्ड क्या है और पीएम मोदी को इस अवार्ड से क्यों नवाजा गया। इस खबर के जरिए हम आपको बताएंगे।
तो सबसे पहले बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी को ये सम्मान भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने में उनके नेतृत्व और भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप उभारने के लिए दिया गया है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने व्हाइट हाइस में अवॉर्ड दिया। ब्रायन ने एक ट्वीट में कहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने 'भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका और भारत की रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने में उनके नेतृत्व के लिए लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया है।
अवार्ड लीजन ऑफ मेरिट के बारे में
लीजन ऑफ मेरिट अवॉर्ड अमेरिका का प्रतिष्ठित सम्मान है। इस सम्मान को उत्कृष्ट सेवाओं और उपलब्धियों के प्रदर्शन में असाधारण रूप से किए गए काम के लिए दिया जाता है। इस अवार्ड को दूसरे देशों के प्रमुखों के साथ अमेरिकी सेना के अधिकारियों को भी सम्मानित किया जाता है। ट्रंप ने यह अवार्ड पीएम मोदी के कार्यकाल में अमेरिका के साथ मजबूत हुए द्विपक्षीय संबंधों के आधार पर दिया है। 20 जुलाई, 1942 को अमेरिकी संसद द्वारा 'लीजन ऑफ मेरिट' मेडल देने की शुरुआत की गई थी।
ब्रायन ने अगले ट्वीट में कहा कि ट्रंप ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मोरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया है। इन दोनों देशों के राजदूतों ने ही इस सम्मान को स्वीकार किया है। स्कॉट मॉरिसन और शिंज़ो आबे को यह सम्मान इंडो-पैसिफिक में स्वतंत्र आवाजाही को लेकर उठाए गए क़दम पर दिया है।