डोडा में हुआ आतंकवाद का सफाया, नहीं बचा कोई आतंकी, हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर ढेर
By निखिल वर्मा | Published: June 29, 2020 10:26 AM2020-06-29T10:26:22+5:302020-06-29T10:26:22+5:30
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का दौर 1989 में शुरू हुआ था. इस समय जम्मू-कश्मीर में 10 से ज्यादा आतंकी संगठन सक्रिय हैं.
जम्मू-कश्मीर का डोडा इलाका अब पूरी तरह आतंकवाद से मुक्त हो गया है। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर मसूद भी मारा गया है। यह जानकारी जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने दी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने दक्षिणी कश्मीर जिले के खुल चोहार में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया। अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाने के बाद अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि तीन आतंकवादी में दो लश्कर-ए-तैयबा ग्रुप से जुड़े हुए थे जबकि एक हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर था। हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर मसूद के ऊपर डोडा जिले में रेप का केस दर्ज था और बहुत समय से फरार था। बाद में उसने हिजबुल ज्वाइन कर लिया था।
31 साल बाद त्राल से हिजबुल मुजाहिद्दीन का सफाया
दो दिन पहले 31 साल बाद दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित इलाके त्राल से हिजबुल मुजाहिद्दीन का सफाया हो चुका है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि 1989 के बाद यह पहला मौका है जब त्राल में हिजबुल का कोई आतंकी सक्रिय नहीं है। इससे पहले शुक्रवार (26 जून) को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल में सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया।