द्रमुक का वेल्लोर लोसकभा सीट पर कब्जा, आनंद ने षणमुगम को आठ हजार मतों से हराया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 9, 2019 05:33 PM2019-08-09T17:33:26+5:302019-08-09T17:33:58+5:30
द्रमुक उम्मीदवार को 4,85,340 मत मिले और उनके पक्ष में 47.3 प्रतिशत मतदान हुआ। इस सीट पर 2014 में द्रमुक की धुर विरोधी पार्टी अन्नाद्रमुक ने जीत दर्ज की थी। वेल्लोर लोकसभा सीट पर पांच अगस्त को चुनाव हुए थे और मतगणना खत्म होने और द्रमुक उम्मीदवार को विजयी घोषित करने से पहले तक दोनों उम्मीदवारों के बढ़त में बदलाव होते रहा था।
तमिलनाडु में वेल्लोर लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में द्रमुक के डी एम काथिर आनंद ने कांटे की टक्कर में शुक्रवार को जीत दर्ज की। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी अन्नाद्रमुक के ए सी षणमुगम को 8,141 मतों के बेहद कम अंतर से हराया।
द्रमुक उम्मीदवार को 4,85,340 मत मिले और उनके पक्ष में 47.3 प्रतिशत मतदान हुआ। इस सीट पर 2014 में द्रमुक की धुर विरोधी पार्टी अन्नाद्रमुक ने जीत दर्ज की थी। वेल्लोर लोकसभा सीट पर पांच अगस्त को चुनाव हुए थे और मतगणना खत्म होने और द्रमुक उम्मीदवार को विजयी घोषित करने से पहले तक दोनों उम्मीदवारों के बढ़त में बदलाव होते रहा था।
चुनाव आयोग ने बताया कि षणमुगम ने अन्नाद्रमुक की दो पत्तियों वाले चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा था और उन्हें 4,77,199 मत मिले यानी उनके पक्ष में 46.51 प्रतिशत मत पड़े। वेल्लोर लोकसभा सीट पर चुनाव तमिलनाडु में 38 अन्य लोकसभा सीटों के साथ अप्रैल में ही होना था, लेकिन चुनाव की तैयारियों के दौरान वहां भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद इसे रद्द कर दिया गया था।
अन्नाद्रमुक ने कहा था कि उसके सहयोगी दल पुथिया निधि काची (पीएनके) के प्रमुख एसी षणमुगम इस सीट से अन्नाद्रमुक के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़े, जबकि द्रमुक ने डीएम कथीर आनंद को टिकट दिया था। वेल्लोर सीट पर भी तमिलनाडु की 38 सीटों के साथ 18 अप्रैल को चुनाव होने थे, लेकिन भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद यहां चुनाव रद्द कर दिए गए थे।
आयकर अधिकारियों ने आनंद के पिता और द्रमुक नेता दुरै मुरुगन के आवास पर चुनाव प्रचार में बेहिसाब धनराशि के इस्तेमाल के संदेह में छापे मारे थे और 10.50 लाख रुपये कथित ‘‘अतिरिक्त’’ नकदी बरामद की थी। दो दिन बाद उन्होंने उसी जिले में द्रमुक नेता के एक सहयोगी के सीमेंट गोदाम से 11.53 करोड़ रुपये जब्त करने का दावा किया था।
Tamil Nadu Minister, D Jayakumar on DMK winning Vellore parliamentary seat: DMK has won by a margin of only 8000 votes. They had spent crores of rupees. In the next elections, we will win and we will come back in power. pic.twitter.com/eFOS8EBvLZ
— ANI (@ANI) August 9, 2019
वेल्लोर लोस उपचुनाव के लिए पूर्व आईआरएस अधिकारी विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त
पूर्व आईआरएस अधिकारी डी मुरली कुमार को वेल्लोर लोकसभा सीट पर पांच अगस्त को होने वाले उपचुनाव के लिए विशेष व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था, जहां पूर्व में धन के अत्यधिक इस्तेमाल के चलते चुनाव रद्द कर दिया गया था।
निर्वाचन आयोग के आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि मुरली कुमार चेन्नई आयकर विभाग के पूर्व महानिदेशक हैं। वेल्लोर लोकसभा सीट पर तमिलनाडु के अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के साथ ही 18 अप्रैल को मतदान होना था, लेकिन द्रमुक के एक नेता के सहयोगी से 16 अप्रैल को कथित तौर पर बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने की वजह से यह रद्द कर दिया गया था।
यह शायद पहली बार था जब धन के इस्तेमाल को लेकर किसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव रद्द किया गया। इसी तरह अप्रैल 2017 में बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने पर तमिलनाडु की आरके नगर विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव रद्द कर दिया गया था। वेल्लोर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की मतगणना नौ अगस्त को होगी। चुनाव परिणाम घोषित होने पर लोकसभा में सदस्यों की पूरी संख्या 543 हो जाएगी। आंग्ल-भारतीय समुदाय से दो सदस्य मनोनीत करने का भी प्रावधान है।