विजयवर्गीय के विवादित बयान पर दिग्विजय सिंह ने बोला हमला, कहा- शहर में आग लगाते-लगाते देश में लगा दी है
By रामदीप मिश्रा | Published: January 5, 2020 01:27 PM2020-01-05T13:27:43+5:302020-01-05T13:27:43+5:30
कैलाश विजयवर्गीय की अगुवाई में दो दिन पहले किये गये जिस धरना-प्रदर्शन को लेकर यह प्राथमिकी दर्ज की गयी है, उसमें भाजपा के 63 वर्षीय महासचिव ने आरोप लगाया था कि सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस के इशारे पर स्थानीय प्रशासन बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक दुर्भावना से पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर में आग लगाने वाले विवादास्पद बयान का वीडियो सामने आने के बाद बवाल मच गया। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कैलाश विजयवर्गीय और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर करारा हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'कैलाश विजयवर्गीय जी ने जो कुछ कहा है उनकी गलती नहीं है। वे एक अच्छे योग्य संघ द्वारा 'संस्कारित' राजनेता हैं और जो भाषा संघ ने सिखाई उसका वह उपयोग करते हैं। समाज में, मोहल्लों में, शहर में आग लगाते लगाते देश में लगा दी है क्योंकि यही संस्कार संघ ने इन्हें दिए हैं।' 'जय हो'।
इस बीच, पुलिस ने विजयवर्गीय समेत करीब 350 बीजेपी कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोपों वाली धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है। दरअसल, शुक्रवार को दोपहर रेसीडेंसी क्षेत्र में बिना अनुमति किए गए धरना-प्रदर्शन को लेकर एक तहसीलदार की शिकायत पर लगभग 350 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शनिवार देर रात प्राथमिकी दर्ज की गई। इनमें विजयवर्गीय, इंदौर लोकसभा क्षेत्र के सांसद शंकर लालवानी और भाजपा के अन्य स्थानीय नेता शामिल हैं।
विजयवर्गीय की अगुवाई में दो दिन पहले किये गये जिस धरना-प्रदर्शन को लेकर यह प्राथमिकी दर्ज की गयी है, उसमें भाजपा के 63 वर्षीय महासचिव ने आरोप लगाया था कि सूबे में सत्तारूढ़ कांग्रेस के इशारे पर स्थानीय प्रशासन बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक दुर्भावना से पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर रहा है। इस प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर पहले ही वायरल हो चुका है।
विजयवर्गीय इस वीडियो में कहते सुनायी पड़ रहे हैं, 'आखिर कोई प्रोटोकॉल होता है या नहीं? हम सरकारी अधिकारियों से लिखित निवेदन कर रहे हैं कि हम उनसे मिलना चाहते हैं। क्या वे हमें यह सूचना भी नहीं देंगे कि वे शहर से बाहर हैं? यह अब हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारे संघ के पदाधिकारी (यहां) हैं, नहीं तो आज आग लगा देता इंदौर में।'
बीजेपी महासचिव का यह बयान तब सामने आया, जब आरएसएस की आंतरिक बैठकों के लिये संगठन के प्रमुख मोहन भागवत और इसके अन्य शीर्ष पदाधिकारी इंदौर में ही थे। विजयवर्गीय के बचाव में बीजेपी आरोप लगा रही है कि कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार माफिया रोधी अभियान की आड़ में सूबे के प्रमुख विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।