हिंदू नहीं हिंदुत्व खतरे में है, बोले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह- राष्ट्रपति से लेकर नीचे तक सभी हिंदू तो...
By अनिल शर्मा | Published: January 11, 2022 09:47 AM2022-01-11T09:47:30+5:302022-01-11T09:56:05+5:30
इंदौर में आरएसएस पर हमला बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस तरह दीमक घर या अन्य वस्तु की सतह के नीचे गुपचुप तरीके से लगकर उसे बर्बाद करती है, वैसे ही संघ भी गुपचुप तरीके से काम करते हुए पूरी व्यवस्था को बिगाड़ रहा है। उन्होंने यूपी सीएम पर भी जमकर निशाना साधा...
इंदौरः पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक पार्टियां जमकर एक-दूसरे पर हमला बोल रही हैं। इंदौरा के एक कार्यक्रम में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सीएम योगी के चुनावी भाषणों में "हिंदू-मुसलमान" और "हिंदुस्तान-पाकिस्तान" जैसे विभाजनकारी मुद्दों के अलावा कुछ नहीं होता। कांग्रेस नेता ने यूपी सीएम पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि आप (मीडिया) योगी आदित्यनाथ के चुनावी भाषण सुन ही रहे हैं. क्या आपने उनके भा षणों में हिंदू-मुसलमान, हिंदुस्तान-पाकिस्तान और श्मशान-कब्रस्तान के अलावा कोई और शब्द सुना है?"
जो लोग बताते हैं कि हिंदू धर्म खतरे में है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सभी हिंदू है। इन सबके रहते हुए कोई खतरा है तो भूल किसी स्तर पर है। हिंदुत्व खतरे में हो सकता है लेकिन हिंदू धर्म ना कभी खतरे में था, ना कभी रहेगा और ना कभी है: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, इंदौर pic.twitter.com/6VK2zKe0rs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2022
इसके साथ ही दिग्विजय ने आरएसएस के हिंदू खतरे में है जैसे बयानों को जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग बताते हैं कि हिंदू धर्म खतरे में है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सभी हिंदू है। इन सबके रहते हुए कोई खतरा है तो भूल किसी स्तर पर है। हिंदुत्व खतरे में हो सकता है लेकिन हिंदू धर्म ना कभी खतरे में था, ना कभी रहेगा और ना कभी है।
आगे उन्होंने कहा कि जिस तरह दीमक घर या अन्य वस्तु की सतह के नीचे गुपचुप तरीके से लगकर उसे बर्बाद करती है, वैसे ही संघ भी गुपचुप तरीके से काम करते हुए पूरी व्यवस्था को बिगाड़ रहा है। दिग्विजय सिंह ने कहा, "इस बात पर सबसे ज्यादा गालियां मैं खाऊंगा क्योंकि कहा जाएगा कि मैंने संघ की तुलना दीमक के साथ कर दी है। लेकिन मैंने संघ को नहीं, बल्कि उस विचारधारा के चरित्र को दीमक कहा है जो गुपचुप तरीके से देश की व्यवस्था बिगाड़ रही है।"