दिग्विजय सिंह ने कहा- 'हिंदूत्व' शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है
By भाषा | Published: April 20, 2019 07:38 PM2019-04-20T19:38:54+5:302019-04-20T20:38:43+5:30
हिन्दुत्व एवं हिन्दू आतंकवाद के बारे में पूछे गये सवालों के जवाब में दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप लोग हिन्दुत्व शब्द का उपयोग क्यों करते हैं? हिन्दुत्व शब्द मेरी डिक्शनरी में है ही नहीं।’’
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि ‘‘हिन्दुत्व शब्द मेरी डिक्शनरी में ही नहीं है।’’ दिग्विजय भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं और उनके खिलाफ भाजपा ने मालेगांव बम धमाकों की आरोपी एवं कट्टर हिन्दूवादी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को खड़ा किया है।
हिन्दुत्व एवं हिन्दू आतंकवाद के बारे में पूछे गये सवालों के जवाब में दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप लोग हिन्दुत्व शब्द का उपयोग क्यों करते हैं? हिन्दुत्व शब्द मेरी डिक्शनरी में है ही नहीं।’’
मुंबई आतंकी हमलों में शहीद हुए एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के खिलाफ विवादित बयान देने पर साध्वी प्रज्ञा को चुनाव आयोग द्वारा कारण बताओ नोटिस दिये जाने पर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ ये बिन्दु हैं प्रज्ञा जी एवं चुनाव आयोग के बीच के। मैं कहां बीच में आ गया।’’
Senior Congress leader Digvijay Singh on being asked 'if he thinks there will be polarisation in elections on the issue of Hindutva' : Aaplog Hindutva shabd ka upyog kyo karte hain? Hindutva shabd meri dictionary mein hai hi nahi. pic.twitter.com/Pm7YQaAdGF
— ANI (@ANI) April 20, 2019
दिग्विजय सिंह द्वारा विभिन्न विवादास्पद प्रश्नों का उत्तर टालने पर जब कुछ पत्रकारों ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आप ‘साइलेंट मोड’ में हैं, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘‘खबर बनाने का ठेका मैंने लिया है क्या?’’ इस पर मीडिया ने खूब ठहाके लगाये।
प्रज्ञा ठाकुर ने आज भोपाल में कहा था कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ वर्ष 1984 में दिल्ली में हुए सिख दंगों में शामिल थे।
इस बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘इस दंगे का कमलनाथ पर कोई मुकदमा भी नहीं है, कोई प्राथमिकी नहीं है। कोई गवाह नहीं। कोई सबूत नहीं। और 36 साल हो गये और अब 36 साल बाद कौन सा दंगा, किसने किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सिख दंगों का हमें दुख है और इसमें जो दोषी लोग हैं, उन पर कार्रवाई हुई है। लेकिन जहां तक कमलनाथ जी का सवाल है, उनका नाम इसमें घसीटना तो अनुचित है।’’