मध्यप्रदेश में सत्तारुढ़ कांग्रेस के विभिन्न गुटों में पिछले कुछ दिनों से चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा अब वो इस मामले को सोनिया गांधी और कलमनाथ पर छोड़ते हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी राजनीतिक लड़ाई बीजेपी से है।
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'यह पूरा मामला बीजेपी आईटी सेल के सदस्य ध्रुव सक्सेना और बजरंग दल के बलराम सिंह के ISI से पैसे लेते हुए पकड़े जाने के बाद शुरू हुआ। उस वक्त की एमपी सरकार ने ना ही उन्हें एनएसए के तहत आरोपी बनाया और ना ही कोई कड़ा एक्शन लिया। अब मैं भविष्य की प्रक्रिया कलमनाथ और सोनिया गांधी पर छोड़ता हूं।'
इससे पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता स्वर्गीय जमुना देवी के भतीजे उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को ‘‘ब्लैकमेल’’ करने का आरोप लगाया था। इससे पहले पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में सिंघार ने यह भी दावा किया था दिग्विजय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को ‘‘अस्थिर’’ करने की कोशिश कर रहे हैं।
सिंघार गुरुवार को मीडिया से दूर ही रहे । इससे पहले बुधवार को, सिंघार ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने और पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से बात करने के बाद अपना रुख नरम कर लिया। दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को सीएम कलमनाथ से मुलाकात की। माना जा रहा है कि आज उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह के बीच मुलाकात हो सकती है।