'नरेन्द्र मोदी को गिरफ्तार करना चाहती थी सीबीआई ' जानें किसने दिया ये बयान और क्यों?
By पल्लवी कुमारी | Published: June 6, 2018 03:48 AM2018-06-06T03:48:52+5:302018-06-06T03:48:52+5:30
इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ केस में सीबीआई तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के तत्कालीन गृह राज्यमंत्री अमित शाह को गिरफ्तार करना चाहती थी।
अहमदाबाद, 6 जून: गुजरात के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक डी.जी. वंजारा ने 5 जून को एक विशेष अदालत में कहा कि इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ केस में सीबीआई तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के तत्कालीन गृह राज्यमंत्री अमित शाह को गिरफ्तार करना चाहती थी।
सीबीआई अदालत में दाखिल एक रिहाई याचिका में वंजारा के वकील वी.डी. गज्जर ने जज जे.के. पांड्या के सामने एक रिहाई याचिका में दावा किया कि सीबीआई मोदी और शाह को गिरफ्तार करना चाहती थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। वहीं नरेन्द्र मोदी अब देश के प्रधानमंत्री हैं और गृह राज्यमंत्री रहते कोर्ट के आदेश पर अमित शाह को राज्य से चार साल के बाहर निकाला गया था, वह अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
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बता दें कि इस मामले में जमानत पा चुके वंजारा ने इससे पहले इसी कोर्ट में कहा था कि नरेन्द्र मोदी जब मुख्यमंत्री( गुजरात) थे, तब वह जांच अधिकारियों से चोरी-चुपके इस मामले में पूछते थे। गौरतलब है कि सीबीआई ने अमित शाह को 2014 में सबूतों के अभाव में बरी करार दिया था। बाद में सीबीआई ने अपनी जांच में इसे एक फर्जी मुठभेड़ कहा था।
गौरतलब है कि साल 2004 के जून में मुंबई निवासी इशरत जहां( 19 साल) और दोस्त जावेद उर्फ प्राणेश और पाकिस्तानी मूल के जीशान जौहर और अमजद अली राणा को पूर्व आईजी वंजारा की टीम ने अहमदाबाद के बाहरी इलाके में मार गिराया था। उस वक्त इशरत जहां और उसके दोस्तों को तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने वाले आए आतंकवादी कहा गया था।
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