AIMIM नेता वारिस पठान पर फूटा फड़नवीस का गुस्सा, कहा- हिंदुओं की सहिष्णुता को कमजोरी समझने की भूल न करें
By भाषा | Published: February 21, 2020 10:52 PM2020-02-21T22:52:27+5:302020-02-21T22:52:27+5:30
आईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कथित तौर पर कर्नाटक के कलबुर्गी में सीएए विरोधी एक रैली के दौरान टिप्पणी की थी कि ‘‘15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।’’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फड़नवीस ने शुक्रवार को एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के उस कथित बयान के लिये उनकी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि 15 करोड़ मुसलमान देश के 100 करोड़ हिंदुओं पर भारी हैं और कहा कि बहुसंख्यक समुदाय की सहिष्णुता को उसकी कमजोरी न समझा जाए।
आईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कथित तौर पर कर्नाटक के कलबुर्गी में सीएए विरोधी एक रैली के दौरान टिप्पणी की थी कि ‘‘15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।’’ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता ने हालांकि बाद में दावा किया कि उनके बयान को संदर्भ से इतर उद्धृत किया गया।
नागपुर में संवाददाताओं से बात करते हुए फड़नवीस ने पठान से माफी और उद्धव ठाकरे सरकार से उन पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा, “हम वारिस पठान द्वारा दिये गए बयान की निंदा करते हैं और उनसे माफी की मांग करते हैं। अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो राज्य सरकार को निश्चित रूप से उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”
फड़नवीस ने कहा कि पठान को यह समझना चाहिए कि अल्पसंख्यक भारत में सुरक्षित हैं और पूरी स्वतंत्रता पाते हैं क्योंकि यहां 100 करोड़ हिंदू रहते हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहुल राष्ट्र में कोई ऐसा बयान देने की हिम्मत नहीं करता। उन्होंने कहा, “हिंदू समुदाय सहिष्णु है लेकिन उसकी सहिष्णुता को कमजोरी समझने की गलती नहीं करनी चाहिए।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,“पठान को राष्ट्र और हिंदू समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।”