देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, बोले- 'दाऊद से जुड़े लोगों को वक्फ बोर्ड में किया गया नियुक्त'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 14, 2022 07:00 PM2022-03-14T19:00:56+5:302022-03-14T19:12:25+5:30
महाराष्ट्र विधानसभा में बोलते हुए देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि उनके द्वारा जमा की गई पेन ड्राइव में वक्फ बोर्ड के दो सदस्यों, मोहम्मद अरशद खान और मुदासिर लांबे के बीच बातचीत रिकॉर्ड है। जिसमें लांबे इस बात का दावा कर रहे हैं कि उनके ससुर इब्राहिम के सहयोगी थे, जबकि मोहम्मद अरशद खान उस बातचीत में बता रहे हैं कि उनके चाचा भी अंडरवर्ल्ड का हिस्सा रहे थे।
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने सोमवार को उद्धव सरकार पर आरोप लगाया कि उसने मुंबई बम धमाके के मुख्य सरगना और गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने वाले लोगों को राज्य के वक्फ बोर्ड में नियुक्त किया है।
विधानसभा में बोलते हुए फड़नवीस ने कहा कि उन्होंने एक पेन ड्राइव जमा की थी, जिसमें वक्फ बोर्ड के दो सदस्यों, मोहम्मद अरशद खान और मुदासिर लांबे के बीच बातचीत रिकॉर्ड है।
मोहम्मद अरशद खान और मुदासिर लांबे के बीच हुई इस बातचीत के दौरान लांबे इस बात का दावा कर रहे हैं कि उनके ससुर इब्राहिम के सहयोगी थे, जबकि मोहम्मद अरशद खान उस बातचीत में बता रहे हैं कि उनके चाचा भी अंडरवर्ल्ड का हिस्सा रहे थे।
इसके साथ ही पूर्व सीएम फड़नवीस ने आरोप लगाया कि अरशद खान जेल में बंद हैं और मुदासिर लांबे पर बलात्कार के आरोप हैं इसके बावजूद वह बाहर घूम रहा है।
बजटीय प्रावधानों को लेकर राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बताया गया है कि पूंजीगत व्यय 49 फीसदी से घटकर 35 फीसदी हो गया है, जो काफी चिंताजनक है, जबकि राजस्व व्यय 60 प्रतिशत से बढ़कर 66 प्रतिशत हो गया है।
फड़नवीस ने कहा कि जीएसडीपी में 12.1 प्रतिशत की वृद्धि केवल कागजों पर हुई है, जबकि राज्य सरकार द्वारा घोषित पांच सूत्री विकास कार्यक्रम में शिक्षा को लेकर कोई प्रावधान नहीं किया गया था। पूर्व सीएम ने बजट घोषणाओं को नई बोतल में पुरानी शराब बताते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा कृषि ऋण माफ करने के दावों के बावजूद किसानों को साहूकारों से वित्तीय मदद लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
विधानसभा में बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कृषि की जमीनों से बिजली काटा जाने, कोरोना को लेकर दी जाने वाली सुविधाओं में पनप रहे भ्रष्टाचार, चक्रवात निसर्ग और तौकते से प्रभावित लोगों को राहत देने में कमी को लेकर भी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
पूर्व सीएम फड़नवीस ने सदन में कहा, "अगर मुंबई के फंड में 130 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है, तो यह उस्मानाबाद जिले के लिए सिर्फ 5 फीसदी है। यह अंतर क्यों है? राकांपा के नेतृत्व वाले विभागों को 57 प्रतिशत, कांग्रेस के अधीन 26 प्रतिशत और शिवसेना को 16 प्रतिशत मिले हैं।"